‘मां तुम रोओ मत, मैं जल्द वापस लौटूंगी’ यह वादा अपनी मां से वो बेटी कर रही थी, जिसकी मौत हुए 18 महीने बीत चुके थे। इसे एक मां का विश्वास कहें या महज एक इत्तेफाक कि सड़क दुर्घटना में अपनी बेटी को खो चुकी मां ने ठीक उसी तारीख के चार दिन बाद एक बेटी को जन्म दिया, जिस तारीख को उसकी बेटी की मौत हुई थी। परिवार के लोगों का दावा है हादसे में जान गंवाने वाली उनकी बेटी लगातार उनके सपने में आकर नवरात्रों में वापस लौटने का वादा कर रही थी। परिजन इसे अपनी बेटी का पुर्नजन्म बताकर जश्न मना रहे हैं। बहरहाल बात चाहे जो भी हो, लेकिन यह भी सच है कि 18 महीने से घुट-घुट कर आंसुओ को पी रहे एक परिवार की खुशियां वापस लौट चुकी हैं।
दरअसल, मामला समझने के लिए हमें 18 महीने पीछे फ्लैश बैक में जाना होगा। मेरठ के शास्त्रीनगर एल ब्लाॅक निवासी सुभाष सिंह वर्मा की ज्वैलरी शाॅप है। 18 माह पूर्व 24 मई की शाम उनकी 15 वर्षीय पुत्री दसवीं की छात्रा कनक अपने दादा के साथ बाइक से ट्यूशन जा रही थी। इसी बीच घर से कुछ दूरी पर एक ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे के कुछ देर बाद कनक ने अपनी मां की गोद में दम तोड़ दिया। घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया। कनक के पिता सुभाष और मां राजेश के अनुसार बेटी की मौत के बाद वह बुरी तरह से टूट गए। लेकिन कुछ दिनों बाद ही कनक अपने मां-बाप के सपने में आने लगी। घने सफेद बादलों के बीच घिरी कनक अपने मां-बाप को दिलासा देते हुए उनसे सपने में वादा करती थी कि वह परेशान न हों, वह जल्द वापस लौटेगी। माता-पिता के अनुसार बेटी की चाहत में उन्होेंने कई मन्दिरों में मन्नत मांगी। जिसके बाद कई माह पहले कनक ने सपने में आकर उनसे वादा किया कि वह इस नवरात्र तक हर हाल में घर आ जाएगी। वहीं, उम्र के पचासवें पड़ाव मंें कनक की मां राजेश ने 28 अक्टूबर रविवार को एक बेटी को जन्म दिया तो परिवार ही नहीं, बल्कि पूरे मौहल्ले में जश्न का माहौल बन गया। परिवार के लोगों का दावा है कि वादे के मुताबिक कनक वापस लौट आई है। वहीं, बच्ची के जन्म के बाद अब क्षेत्र के लोग मन्नत मांग रहे हैं कि इस परिवार पर अब कभी कोई कहर न टूटे।
प्रदीप शर्मा
मेरठ