केरल के सबरीमाला मंदिर में सुप्रीम कोर्ट के सभी उम्र की औरतों को प्रवेश की अनुमति के बाद इसके खिलाफ काफी लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। अदालत के आदेश के बावजूद औरतों को मंदिर में जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। शुक्रवार को तीन औरतें मंदिर के दरवाजे के बिल्कुल करीब पहुंच गईं और भीतर जाते-जाते रह गईं। ये तीन औरतें रेहाना फातिमा, कविता जक्कल और मैरी स्वीटी हैं।
रेहाना महिलाओं के शरीर को लेकर समाज में बनें स्टीरियोटाइप्स के खिलाफ समय-समय पर प्रदर्शन करती हैं। तरबूज वाला विरोध भी इसी का हिस्सा था। लेकिन फेसबुक ने वो फोटो ‘अश्लीलता’ की शिकायत के चलते हटा दी। केरल के एक प्रोफेसर ने अपनी छात्राओं के शरीर के अंगों को तरबूज की तरह बताया। इसके बाद सोशल मीडिया पर कई महिलाओं ने तरबूज के साथ फोटो पोस्ट की। कुछ ने तरबूज के साथ टॉपलेस फोटो पोस्ट की। इस चलन की शुरुआत रेहाना फातिमा ने की. रेहाना एक मॉडल, एक्टिविस्ट हैं। 31 साल की रेहाना सरकारी नौकरी करती है। उनके दो बच्चे भी हैं।
2014 में फातिमा ने मॉरल पोलिसिंग के खिलाफ ‘किस ऑफ लव’ प्रोग्राम में भाग लिया था। उस दौरान उनके साथी फिल्म निर्माता मनोज के श्रीधर ने किस करते हुए फेसबुक पर एक वीडियो भी शेयर किया था। फातिमा अय्यनथल पुलिकली (पारंपिरक ओणम टाइगर डांस) टीम में एकमात्र महिला थी।