जूनागढ़। गुजरात के जूनागढ़ से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा प्रदान की गई जानकारी के आधार पर अंकित मूल्य के 1,52,000 रुपये के नकली नोट को जब्त किया गया है।
एक टिप ऑफ पर काम करते हुए कि जुनागढ़ में एफआईसीएन में एक सौदा होने की संभावना है, संजय देवल्या नाम के एक व्यक्ति को रोक दिया गया था। वह 500 रुपये के मूल्य में 2,000 और 92 नकली भारतीय मुद्रा नोटों के मूल्य में 53 नकली भारतीय मुद्रा नोटों के कब्जे में पाया गया था, जिसमें कुल अंकित मूल्य 1,52,000 रुपये था।
आरोपी गुजरात में वितरित होने के लिए पश्चिम बंगाल के फरक्का से नकली नोट ला रहा था। पिछले दो दिनों से एनआईए आरोपी को ट्रैक कर रहा है।
कानून के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत गुजरात में आतंकवाद विरोधी दल (एटीएस) द्वारा एक मामला दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि देश में जब नोटबंदी लागू की गई थी तो उस समय यह कहा गया था कि देश में बहुत अधिक नकली नोट आ गए हैं। अब नए नोट आने के बाद से नकली नोट नहीं बन पाएंगे। गुजरात में नकली नोट पकड़े जाने के बाद क्या कोई यह कह सकता है कि नोटबंदी से क्या फायदा हुआ?