नई दिल्ली। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता एनडी तिवारी का 93 साल की उम्र में निधन हो गया है। पिछले कुछ समय से उनकी तबीयत खराब थी। पिछले दिनों उन्हें दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती भी किया गया था।
सियासी सफर
आपको बता दें कि एनडी तिवारी पहली बार 1952 में विधायक बने। एनडी तिवारी पहली बार 1976 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।5 बार विधायक रहे तो तीन बार यूपी के सीएम की कुर्सी पर कब्जा किया। 1980 में तिवारी पहली बार लोकसभा पहुंचे और इंदिरा गांधी ने उन्हें योजना मंत्री बनाया बाद में एनडी तिवारी ने वित्त, विदेश जैसे कई बड़े मंत्रालय संभाले।
तिवारी का जन्म नैनीताल के बलौटी गांव में 14 अक्टूबर 1925 को हुआ था। शुरुआती पढ़ाई के बाद वे इलाहाबाद यूनिवर्सिटी गए, जहां से उन्होंने राजनीति शास्त्र में एमए और फिर एलएलबी की। वह 1947 में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए। 1947 से 1949 तक वे ऑल इंडिया स्टूडेंट कांग्रेस के सचिव रहे।
साल 2000 में उत्तराखंड राज्य का गठन हुआ, साल 2002 में ही उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बन एनडी तिवारी ने इतिहास रच दिया और दो राज्यों के मुख्यमंत्री बनने वाले इकलौते राजनेता बन गए। इतना ही नहीं साल 2007 में एनडी तिवारी आंध्र प्रदेश के राज्यपाल भी बने।