
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने चालू वित्त वर्ष (2018-19) में भारत के लिए 7.3% पर बरकरार रखा है। हालांकि, अगले साल (2019-20) के लिए भारत की विकास दर 7.4% रहने की उम्मीद जताई है। अनुमान लगाया है, वहीं केंद्र सरकार के जीएसटी और बैंकरप्सी कोड की सराहना भी की है। अगर आईएमएफ की भविष्यवाणी सच साबित हुई तो भारत वर्ष 2018 में चीन को 0.7 प्रतिशत और 2019 में 1.2 प्रतिशत के अंतर से पीछे करते हुए विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला देश बन जाएगा। इससे भी रुपया को बल मिला है।
सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 30 पैसे टूटकर 74.06 पर बंद हुआ था। इसके मुताबिक देश की अर्थव्यवस्था नोटबंदी और जीएसटी के असर से उबर चुकी है। इसे आर्थिक सुधारों का फायदा होगा। मीडियम टर्म में भारत की विकास दर 7.75% रहने की उम्मीद है। इसे आर्थिक सुधारों से फायदा होगा। हालांकि, अप्रैल में आईएमएफ ने 7.80% की उम्मीद जताई थी।
मंगलवार को दिन रुपये के लिहाज से राहत भरा रहा। डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती देखी गई। 18 पैसे की मजबूती के साथ शुरआती कारोबार 74.06 पर खुला। रुपये के मजबूत होने से बाजार में तेजी देखी जा रही है। देश में इस साल महंगाई दर 3.6% रह सकती है। जबकि, अगले साल 4.7% रहने का अनुमान है। आईएमएफ का मानना है कि तेल की बढ़ती कीमतों की वजह से महंगाई दर में बढ़ोतरी होगी।