यूपी के बलिया में यूपी पुलिस की पिटाई से एक 85 साल के बुजर्ग की मौत का मामला सामने आया है। मगर पुलिस इस मामले को दबाने में जुट गई है।मृतक के बेटे की माने तो पुलिस के दो सिपाही घर पर आए और मुझ पर गांजा बेचने का आरोप लगाते हुए डंडे से मेरी पिटाई करने लगे मेरी पिटाई होते देख मेरे पिता भी आ गए और पुलिस से पीटने का कारण पूछ दिया बस पुलिस मुझे पीटना छोड़ कर मेरे पिता की डंडे से पिटाई करने लगे जिससे मेरे पिता की मौत हो गयी और मेरे पिता की हालत देख पुलिस के दोनों सिपाही वहा से भाग गए।मामला बाँसडीह रोड थाना क्षेत्र के शुहवल गांव का है। अब पुलिस इस मामले को दबाने में भले ही जुट गई है मगर पुलिस का कहना है कि मृतक के विकलांग बेटे द्वारा गांजा बेचने की शिकायत पर मृतक के घर दो सिपाही पूछताछ के लिए गए थे लेकिन मृतक के घर वालो ने लिख कर दिया है कि मेरे पिता की स्वाभाविक मौत हुई है और उनका पोस्टमॉर्टम हम नही कराना चाहते है।
बलिया के बाँसडीह रोड थाना क्षेत्र के शुहवाल गांव से अंतिम संस्कार के लिए ले जाते हुए शव बुजुर्ग कमलेश्वर मिश्र का है आज परिवार और गांव के लोग इनके शव को अंतिम संस्कार के लिए जा रहे है दरअसल इनकी मौत स्वाभाविक नही हुई है बल्कि पुलिस ने गांजा बेचने का आरोप लगा कर रविवार को इनकी मौत हो गयी है। पुलिस मामले से पर्दा ना उठ सके लिहाज शव का पोस्टमॉर्टेम तक नही कराया। क्योकि पुलिस थ्योरी के अनुसार कमलेश्वर की स्वाभाविक मौत बता रही है। मगर मृतक के विकलांग पुत्र त्रिभुवन मिश्र ने बताया कि पोलिस गांजा बेचने का आरोप लगा कर मेरी और मेरे पिता की पिटाई कर दिए जिससे उसकी मौत हो गई वही मृतक के नाबालिग पौत्र अंशु मिश्र की माने तो मेरे बाबा(दादा) को पुलिस ने कंधे पर और सिर पर मारा है जिससे उनकी मौत हो गयी।
यूपी पुलिस अपने इस घिनौने करतूत को छुपाने के लिए हर तरह के जुगाड़ का सहारा ले रही है। पुलिस अपनी थ्योरी में भले ही बुजुर्ग की मौत स्वाभाविक साबित करने में जुटी है मगर अपने बयान में कैसे फंसते नजर आ रही है हम आपको बताते है। इस मामले पर जब पुलिस से बातचीत किया तो पुलिस ने बताया कि एक पत्रकार ने मुझे और सीओ साहब को फ़ोन कर बताया कि शुहवल गांव में पुलिस की पिटाई से मौत हो गयी है इसकी जांच करने के लिए हम और सीओ साहब मृतक के घर गए थे लेकिन परिजनों ने बताया कि कमलेश्वर की स्वाभाविक मौत हुई है और लिखित रूप में भी दिया है वही पुलिस ये भी कह रही है कि मृतक के बेटे की गांजा बेचने की शिकायत पर दो सिपाही शिवाकांत यादव और श्यामजी भारती मृतक के घर पर पूछताछ के लिए गए थे।
अमित कुमार
बलिया
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