प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अजमेर में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। इसके साथ ही वो राजस्थान का चुनावी बिगुल फूक देंगें। कांग्रेस मोदी जी की इसी रैली को लेकर हमलावर हो गई हैं। सवाल इस रैली की टाइमिंग को लेकर हैं। दरअसल, कांग्रेस मोदी सरकार पर आरोप लगा रही है कि उसने चुनाव आयोग पर दवाब डालकर चुवान आयोग की प्रेस कांफ्रेस को आग बढ़ाया गया।
चुनाव आयोग आज पांच राज्यों के लिए चुनावों की तारीखों का एलान करने वाला था। चुनाव आयोग पहले यह प्रेस वार्ता 12.30 बजे करने वाला था। लेकिन उसी दौरान मोदी जी की चुनावी रैली थी। ऐसे में मोदी जी की रैली में जो खर्चा आता वो बीजेपी के चुनावी खर्चे में जोड़ा जाता। इसका कारण यह है कि चुनाव आयोग जैसे ही तारीखों का ऐलान करता वैसे ही राज्यों में आचार सहिंता लागू हो जाती। और ऐसे में इस रैली का खर्चा भी भाजपा के खातें में आता।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि, ‘तीन तथ्य आपके सामने है आप उससे निष्कर्ष स्वयं निकालिए। 1. चुनाव आयोग ने 5 राज्यों के चुनावों की तारीखों का ऐलान करने के लिए 12:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। 2. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान के अजमेर में दोपहर 1 बजे रैली को संबोधिक करेंगे । 3. चुनाव आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस का समय बदलकर 3 बजे कर देता हैं। क्या चुनाव आयोग स्वतंत्र है?’
सवाल सही थे कि आखिर क्या हुआ कि चुनाव आयोग को तारीखों के ऐलान करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस के समय को बदलना पड़ा। वैसे इस बार तारीखें लीक नहीं हुई हैं। जैसा इससे पहले हुई थी और बीजेपी के आईटी सेल के हेड ने उन तारीखों का सार्वजनिक कर दिया था चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले।