पेट्रोल और डीजल के दामों ने लगातार आम जनता का तेल निकाल रखा था और इन बढ़ते दामों से राहत देने के लिए भारत सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया हैं। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज ऐलान करते हुए कहा कि भारत सरकार अपने हिस्से के टैक्स में कटौती करने को तैयार हैं जिससे जनता को लाभ मिल सके। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती का ऐलान किया है। वित्त मंत्री ने साफ तौर पर कहा कि सभा राज्य भी अपने हिस्से के टैक्स में कटौती करे जिससे जनता को राहत मिल सके।
#WATCH Finance Minister Arun Jaitley briefs the media in Delhi https://t.co/AYU7yA9njp
— ANI (@ANI) 4 October 2018
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने तेल के दामों में कटौती का ऐलान किया और राज्य सरकारों से भी कटौती करने को कहा। सरकार का ऐलान करना ही था कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने ऐलान कर दिया की उनके राज्य में भी 2.50 रूपेय की कटौती की जाएगी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मानो वित्त मंत्री के आदेश का ही इंतजार कर रहे थे। महाराष्ट्र के बाद एक के बाद एक कई राज्यों ने तेल के दामों में कटोती का ऐलान किया। जिन राज्यों ने अपने कर में कटौती करके आम जनता को राहत देन की कोशिश कि उसमें महाराष्ट्र , गुजरात, छत्तीसगढ़, त्रिपुरा, झारखण्ड, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, जैसे राज्य शामिल हैं। जिन राज्यों ने तेल के दामों में कटौती की हैं वहां बीजेपी या उनके सहयोगियों की सरकार है।
गौरतलब हो कि वित्त मंत्री अरूण जेटली ने पहले कई दफे कहा था कि सरकार तेल के दामों में कटौती नहीं कर सकती। वहीं पेट्रौलियम सेक्टर के जानकारों की माने तो सरकार के इस कदम से केंद्र सरकार को सीधे तौर पर 75 हजार करोड़ का घाटा होगा जिससे वो अपने राजकोषीय घाटा के लक्ष्य को पाने में मुश्किल होगी। वहीं जानकार इसे आने वाले चुनावों से भी जोड़कर देख रहे है।