हरियाणा के भिवानी में कर्ज ने चुका पाने कारण 10 दिनों से जेल में किसान ने दम तोड़ दिया। बैंक चेक बाउंस मामले में जेल में बंद 65 वर्षीय रणबीर सिंह पर 9.65 लाख रुपये का कर्ज था। सोमवार (1 अक्टूबर) को रणबीर सिंह ने जेल के अधिकारियों से सीने में दर्द की शिकायत की थी जिसके बाद उन्हें सिविल अस्पताल पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने आरोप लगाया बकाया ऋण मामले में सजा मिलने के कारण रणबीर की सदमें से जेल में मौत हो गई।
ट्रैक्टर खरीदने के लिए लिया था लोन
5 बच्चों के पिता रणबीर के पास गांव भिवानी के चाहरकलां में 9 एकड़ की एक जमीन थी जिस पर वो खेती करते थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार साल 1995 में रणबीर ने ट्रैक्टर खरीदने के लिए लैंड मोर्टगेज बैंक से 1.5 लाख रुपये का लोन लिया था जिसे अब हरियाणा स्टेट को-ऑपरेटिव एग्रीकल्चर एंड रूरल डिवेलपमेंट बैंक के नाम से जाना जाता है। उन्होंने 2006 में एक और डेढ़ लाख रुपये की लोन लिया था। वह समय पर किस्त जमा नहीं कर पाए। 2016 तक उनके खिलाफ बकाया ऋण राशि 9.65 लाख रुपय हो गया था। लोन जमा न होने पर बैंक ने लोहारू स्थित अदालत पहुंची और उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया गया।
परिजनों ने दिया धरना
रणबीर की जेल में हुई मौत के बाद उनके परिजनों ने शव लेने और पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया था और भिवानी के बहल कस्बे स्थित तहसीलदार कार्यलय के बाहर धरने पर बैठ गए थे। प्रशासन ने देर शाम परिजनों की मांगों पर काफी हद तक सहमति जताकर घंटों चले धरने को शांत कराने कामयाब हासिल की। परिजनों ने बुधवार को शव उठा लेने की हामी भरी।
ब्लैंक चेक लेना बंद करे बैंक
अखिल भारतीय किसान सभा के हरियाणा इकाई के ज्वाइंट सेक्रेटरी दयानंद पूनिया का माने तो किसानों को ऋण देते वक्त बैंक उनसे जो ब्लैंक चेक लेते हैं, इस प्रकिया को बंद किया जाना चाहिए और बैंक अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराना चाहिए।