भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) के जम्मू इलाके में बीएसएफ के हेड कांस्टेबल नरेंद्र शर्मा के साथ की गई बर्बरता का बदला ले लिया गया है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह और बीएसएफ के महानिदेशक केके शर्मा ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि बीएसएफ जवान नरेंद्र नाथ के साथ हाल ही में हुई बदसलूकी के बदले में दो-तीन पहले ही कुछ ठीक-ठाक हुआ है ले। शर्मा ने कहा कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर दो दिन पहले हुई इस पहली जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तानी सेना और पाक रेंजर्स के खिलाफ अगली कार्रवाई की भी पूरी तैयारी है।
राजनाथ सिंह ने मुजफ्फरनगर में कहा कि सेना और बीएसएफ को अपनी जरूरत के मुताबिक सीमा पर कार्रवाई की छूट है। शर्मा ने शुक्रवार को बताया कि दो दिन पहले एलओसी पर बीएसएफ ने सेना की मदद से भीषण कार्रवाई को अंजाम दिया। इसमें पाकिस्तानी सेना और रेंजर्स के कम से कम 11 जवान मार गिराए गए। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सेना को निर्देश दिया गया है कि पहले अपनी तरफ से गोली मत चलाना। दूसरी तरफ से गोली आए तो जवाब में अपनी गोलियों की संख्या मत गिनना।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में तैनात बीएसएफ जवान नरेंद्र नाथ 18 सितंबर को सीमा के पास शहीद हो गए थे। पैट्रोलिंग पर गए नरेंद्र नाथ के शव को पाकिस्तानी अपनी सीमा में खींच ले गए। अगले दिन जब उनका शव बरामद हुआ तो तीन गोलियों के अलावा उनके सीन पर चोट के निशान थे और उनका गला रेत दिया गया था।