कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के बैनर तले आज देश भर के सात करोड़ व्यापारियों ने भारत बंद का आह्वान किया है। वालमार्ट-फ्लिपकार्ट डील और रिटेल सेक्टर में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को लेकर आज कारोबारियों ने बंद बुलाया है। इन कारोबारियों का मानना है कि देश में वालमार्ट के आने से रिटेल व्यापार पर उसका कब्जा हो जाएगा जिससे छोटे बड़े सभी व्यापारि प्रभावित होगें। व्यापारियों का कहना है कि एफडीआई को अमल में लाने से देशभर के करोड़ों दुकानदार प्रभावित होंगे, जबकि राज्य और केंद्र सरकार मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रही है। इस विकट परिस्थिति से व्यापारी एकता को निपटना पड़ेगा।
वहीं ई-फार्मेसी का विरोध करते हुए केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट फेडरेशन ने भी आज बंद का आह्वान किया है। इन दवा व्यापारियों का तर्क है कि ई-फार्मेसी के कारण थोक व फुटकर दुकानदार प्रभावित होगें। केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष गिरिराज रस्तोगी ने बताया कि ई-फार्मेसी के विरोध में प्रदेशभर की दवा दुकानें आज बंद रहेंगी।
दवा दुकानदारों की मांग है कि दवा व्यवसाय में ई-फार्मेसी का कारोबार बंद किया जाए। साथ ही उनकी मांग है कि खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन खुदरा दवा दुकानों के लिए जारी ड्रग लाइसेंस के अनुपात में फार्मासिस्ट की कमी को पूरा करे। इसके अलावा उनकी मांग है कि दवा व्यापारियों पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के अफसरों द्वारा किया जा रहा उत्पीड़न बंद हो।