नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों को सबसे बड़ा पर्यावरण सम्मान ‘चैंपियंस ऑफ द अर्थ’ दिया है। पीएम मोदी को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के नेतृत्व और 2022 तक भारत को एकल इस्तेमाल वाले प्लास्टिक से मुक्त कराने के संकल्प को लेकर ‘चैंपियंस ऑफ द अर्थ’ अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।
मोदी को 2022 तक प्लास्टिक का इस्तेमाल पूरी तरह खत्म करने की शपथ के लिए सम्मान मिला। मैक्रों को पर्यावरण के लिए वैश्विक समझौते करने की वजह से चुना गया। पीएम मोदी के अलावा यह सम्मान पांच अन्य व्यक्तियों और संगठनों को भी दिया गया है। केरल के कोच्चि इंटरनेशनल एयरपोर्ट को सस्टेनेबल एनर्जी के उपयोग के लिए अवॉर्ड दिया गया। यह एयरपोर्ट पूरी तरह से सौर ऊर्जा से संचालित होता है।
मोदी के अलावा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को भी इस अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के मुताबिक,‘अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन और पर्यावरण के कई मोर्चों पर शानदार कार्य करने के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों और अथक प्रयासों के लिए इस साल के विजेताओं को सम्मानित किया जा रहा है।’