पटना। राष्ट्रीय लोक समित पार्टी (आरएलएसपी) के अध्यक्ष और मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री (एचआरडी), उपेंद्र कुशवाहा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक को छोड़ने की अफवाह को खारिज कर दिया कि उनकी पार्टी 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले बिहार में महागठबंधन में शामिल हो रही है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये अफवाहें जानबूझकर उन लोगों द्वारा फैली हुई हैं जो नहीं चाहते कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आने वाले आम चुनावों में जीत दर्ज कर फिर से भारत के प्रधानमंत्री बनें।
एनडीए में ही कुछ ऐसे लोग हैं जो मोदी जी को फिर से प्रधानमंत्री नहीं बनने देना चाहते हैं। ऐसे लोग जानबूझकर एनडीए के भीतर संघर्ष को ट्रिगर करने के लिए अफवाहें फैलते हैं।
कुशवाहा का यह बयान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बिहार में आने वाले चुनावों के लिए अपने सीट साझा करने के फॉर्मूले के एक दिन बाद आया जब आरएलएसपी को केवल दो सीटें देने का फैसला किया गया।
रिपोर्ट के अनुसार, बिहार की कुल 40 सीटों में 20 सीटों पर बीजेपी चुनाव लड़ेंगी, जबकि नीतीश कुमार की अध्यक्षता वाली जनता दल-यूनाइटेड (जेडीयू) 13 सीटों पर लड़ेगी। राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी पांच सीटों से चुनाव लड़ सकती है।
दिलचस्प बात यह है कि कुशवाहा से यह अस्वीकार करने वाला बयान लालू प्रसाद के राष्ट्रीय जनता दल के साथ साइडिंग के बारे में संकेत देने के बाद आया था, जिसमें यह कहा गया था कि यादवों के दूध और कुशवाहा लोगों के चावल के मिश्रण से अच्छी खीर बनती है।