प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमला बोलते हुए आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता में कहा कि नोटबंदी की मंशा भारत के 15-20 क्रोनी कैपिटल को बचाने के सरकार द्वारा चला गया कदम था। कांग्रेस अध्यक्ष ने साफ तौर पर कहा कि नोटबंदी कोई गलती नहीं थी बल्कि एक सोची समझी साज़िश थी। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि, क्रोनी कैपिटलस नरेंद्र मोदी जी की मार्केंटिग करते है इसलिए नोटबंदी करके गरीबो का पैसा छीनकर उन क्रोनी कैपिटलटसों को दे दिया गया।
राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, “पीएम जवाब दें कि आखिर क्यों नोटबंदी का फैसला लिया गया? उन्होंने जनता का पैसा उद्योगपतियों को दिया। नोटबंदी एक घोटाला है। उससे छोटे दुकानदारों का नुकसान हुआ, जबकि उद्योगपतियों को उससे फायदा हुआ।” राहुल ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर भी निशाना साधा और कहा कि, “गुजरात कॉपरेटिव बैंकों के मामले में हमने देखा कि अमित शाह जिस बैंक के निदेशक हैं, वहां 700 करोड़ रुपए जमा किए गए। पीएम को देशवासियों को बताना चाहिए कि आखिर यह फैसला क्यों लिया गया और अर्थव्यवस्था को चोट क्यों पहुंचाई गई? ऐसा बीते 70 सालों में किसी पीएम ने नहीं किया।”
वहीं प्रेस काफ्रेंस में राफेल के मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री से पूछे बगैर वित्त मंत्री अरूण जेटली ने सवाल पूछ लिया। राहुल गांधी ने सवाल पूछा की अरूण जेटली क्यों जेपीसी के सामने आकर सच्चाई नहीं बताते है जब पूरा विपक्ष तैयार है तो जेटली जी को क्या दिक्क्त है वो जेपीसी का सामना करे। राहलु गांधी ने राफेल डील पर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि वो देश से झूट बोल रहे है। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति की जाइंट प्रेस काफ्रेंस में प्रधानमंत्री मोदी जी की स्सेंटमेंट का हवाला देते हुए