कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जर्मनी में दिए अपने भाषण के दौरान कई ऐसी बाते बोली जो की विवादास्पद थी। जैसे कि यह दावा कि भारत में भीड़ द्वारा लोगों की पीट-पीटकर हत्या किए जाने की घटनाओं का मुख्य कारण है, बेरोजगारी और सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा नोटबंदी एवं जीएसटी को ‘खराब तरीके से लागू’ किया जाना।
जिस के कारण छोटे कारोबारियों का काम चौपट हो गया, इससे उपजे ‘गुस्से’ के कारण यह सब हो रहा है। जर्मनी के हैम्बर्ग में अपने संबोधन में गांधी ने आईएसआईएस के बनने का जिक्र करते हुए आगाह किया कि अगर विकास की प्रक्रिया से लोगों को बाहर रखा गया तो इसी तरह के हालात देश में पैदा हो सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को बाहर रखना 21वीं सदी में बेहद खतरनाक है। अगर 21वीं सदी में आप लोगों को नजरिया नहीं देते हैं तो कोई और देगा।’’ इससे ज्यादा भी उन्होंने जो कुछ कहा यहा जानेः-
- दुनिया में जो बदलाव हो रहे हैं उसके लिए लोगों को कुछ निश्चित सुरक्षा की आवश्यकता है।
- भारत की मौजूदा सरकार ने देश की जनता से सुरक्षा छीनी और नोटबंदी और जीएसटी के जरिये अनौपचारिक अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया जिससे लोगों में गुस्सा पैदा हो रहा है और भीड़ हत्या की घटनाएं हो रही हैं।
- भाजपा सरकार महसूस करती हैं कि आदिवासी, गरीब किसानों, निचली जाति के लोगों और अल्पंसख्यकों को अमीरों के समान लाभ नहीं मिलना चाहिए।’’
- कुछ वर्ष पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था का विमुद्रीकरण किया और सभी छोटे और मझोले कारोबार के लिए नकदी के प्रवाह को तबाह कर दिया जिससे लाखों लोग बेरोजगार हो गए।
- खराब अवधारणा वाली जीएसटी थोप दी, जिसने जीवन को और जटिल बना दिया। छोटे कारोबार में काम करने वाले बड़ी संख्या में लोग गांव लौटने पर मजबूर हुए और ये तीन काम जो सरकार ने किए हैं उसने भारत में आक्रोश पैदा किया है।’’
- संसद में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गले लगाया था तो उनकी ही पार्टी के कुछ सदस्यों को यह पसंद नहीं आया था।
- भारत में नौकरी की बड़ी समस्या है, लेकिन प्रधानमंत्री इसे नहीं देखना चाहते हैं।
- भारत को वर्तमान ‘निरंकुश शासन’ के चलते ‘एक प्रगतिशील नेता’ की जरूरत है।
- प्रधानमंत्री ने कई मौके पर मेरे खिलाफ नफरतपूर्ण भाषण दिए हैं। मैं उनको बताना चाहता था कि दुनिया इतनी खराब नहीं है। इसलिए मैं उनके पास गया और उन्हें गले लगा लिया। इस तरह की बातें हमनें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से सिखी है।
- दिवंगत पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों पर बोलते हुए राहुल ने कहा कि जब उन्होंने श्रीलंका में अपने पिता के हत्यारे को मृत पड़ा देखा तो मुझे अच्छा नहीं लगा। क्योंकि उस समय मैंने उसके रोते हुए बच्चों को भी देखा।’’