नई दिल्ली। वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने चौथे बार लोकपाल चयन समिति की बैठक का बहिष्कार करने का फैसला किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक पत्र में खड़गे ने कहा कि मैं चयन समिति की बैठक में शामिल नहीं हो पाऊंगा, जब तक कि अधिनियम, 2013 के तहत सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के नेता को लोकपाल में पूर्ण सदस्य की स्थिति प्रदान नहीं की जाती।
बैठक में आमंत्रित होने पर आपत्ति उठाते हुए कांग्रेस नेता ने तर्क दिया कि उन्हें भाग लेने, राय या वोट रिकॉर्ड करने का अधिकार नहीं होगा।
अपने तीन पूर्व पत्रों पर ध्यान आकर्षित करते हुए, जहां उन्होंने सरकार के पिछले निमंत्रण को खारिज कर दिया, खड़गे ने कहा, “मेरे पहले के पत्रों के बावजूद, सरकार मुझे चयन समिति के लिए एक विशेष आमंत्रित के रूप में बुला रही है, जबकि उन्हें यह पता है कि परिणाम क्या होगा? शायद, लोकपाल अधिनियम को लागू करने में विपक्ष सहयोग नहीं कर रहा है। यही बताकर विपक्ष पर हमला बोलने का सरकार का इरादा है।
उन्होंने आगे बताया कि एक विशेष आमंत्रित सदस्य के लिए लोकपाल अधिनियम में कोई प्रावधान नहीं है।
प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में लोकपाल चयन समिति की आज एक बैठक हो रही है, जिसमें लोकपाल और उसके सदस्यों की नियुक्ति के लिए पैनल की सिफारिश करने के लिए अनिवार्य किया जाएगा।