बड़ौदा कस्बे में हर स्वतंत्रता और गणतंत्र दिवस की प्रभात फेरी में एक परिवार तीन पीढ़ियों से तिरंगा झंडा लेकर चल रहा है। जी हां आपको बता दें की चाहे 15 अगस्त हो या 26 जनवरी यहां प्रभात फेरी तब तक शुरू नही होती जब तक रंगरेज परिवार का कोई सदस्य आगे आकर तिरंगा लेकर फेरी का नेतृत्व न करें। आजादी के बाद से यह परंपरा आज तक चला आ रही है।
आपको बता दें की स्वतंत्रता दिवस की शुरूआत नगर में निकलने वाली प्रभात फेरी के साथ होती है। प्रभात फेरी में नगर परिषद अध्यक्ष सहित सभी पार्टी के छोटे-बड़े नेता, पार्षद व अन्य जनप्रतिनिधि शामिल होते हैं। इस प्रभात फेरी का नेतृत्व हमेशा की तरह आज भी सुलतान रंगरेज अपने हाथों में तिरंगा थामे करते नजर आए। यह परंपरा है बड़ौदा वासियों ने 15 अगस्त 1947 में शुरू की थी जो आज भी जारी है।
जानकारी के मुताबिक यह बात सामने आई की 71 साल पहले जब आजादी का ऐलान हुआ था तो सुलतान के दादा मोला बक्स हाथ में तिरंगा लिए वंदे मारतम व हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हुए बड़ौदा की सड़कों पर दौड़े। मोला बक्स के देहांत के बाद उनके चार बेटों में से बड़े बेटे इब्राहिम बक्स ने इस परंपरा को निभाया और अब इब्राहिम का बेटा सुलतान इस परंपरा को निभा रहा है।