नागपुर। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की दटाला शाखा के प्रबंधक राजेश हिवेस ने कथित तौर पर एक महिला से फसल ऋण को स्वीकृत करने के लिए सेक्स की मांग की थी, जिसे सोमवार को नागपुर से गिरफ्तार कर लिया गया।
बुलढाणा पुलिस और नागपुर अपराध शाखा की एक टीम ने हिवेस को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले, 23 जून को बैंक के चपरासी मनोज चव्हाण को अमरावती से गिरफ्तार किया गया था।
सप्ताहांत में, एक किसान की पत्नी से सेक्स की मांग करने के लिए हिवसे और चव्हाण को निलंबित कर दिया गया था।
चंद्रपुर जिला कलेक्टर निरुपमा डांगे ने एएनआई को बताया कि मामले को प्रशासनिक स्तर पर गंभीरता से लिया गया है, और शीघ्र ही इसको फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाया जाएगा।
महाराष्ट्र पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 354 और अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों (अत्याचार रोकथाम) अधिनियम के विभिन्न वर्गों के तहत हिवेस और चव्हाण के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस के मुताबिक, जब फसल पर लोन का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया था, तो बैंक मैनेजर ने किसान से कांटैक्ट नंबर देने के लिए कहा था ताकि जांच के दौरान यदि कोई संदेह हो तो उसका निपटारा किया जा सके। किसान ने अपनी पत्नी का संपर्क नंबर दे दिया था।
प्रबंधक ने जब किसान की पत्नी को फोन किया तो बिल्कुल अश्लील तरीके से बात की और लोन के अनुरोध को मंजूरी देने के बदले में सेक्स की मांग की।
इस संबंध में स्वाभिमानी शेतकरी संघटन ने शनिवार को बैंक की दटाला शाखा के सामने विरोध – प्रदर्शन किया।
चूंकि बैंक बंद था। इसलिए प्रदर्शनकारियों ने बैंक के बोर्ड तोड़ दिये और दीवार को काले रंग से पेंट कर दिया।