राष्ट्रीय राजमार्ग 29 पर हो रहे फोर लेन निर्माण कार्य में जमीन अधिग्रहण के नाम पर शासन की मंशा के विपरीत अधिकारियों, कर्मचारियों की मिलीभगत से ग्रामीणों को खूब परेशान किया जा रहा है।हद तो तब हो रही है कि जिस लेखपाल पर मनमानी करने का आरोप लग रहा है,ऊपरी अधिकारी उसी को जांच की रिपोर्ट देने का आदेश कर रहे हैं।
मामला बिरनो थाने क्षेत्र के नसरतपुर गांव के निवासी तपन चक्रवर्ती व दूसरे भाई दीपन चक्रवर्ती पुत्र स्व.सुरेश चक्रवर्ती का है।जिनकी जमीन फोर लेन निर्माण में निकली है।29 मई 2018 को अपर जिला अधिकारी गाजीपुर को दिए प्रार्थनापत्र में तपन चक्रवर्ती ने बताया है कि हम लोगो का सड़क किनारे नसरतपुर में बहुत पुराना मकान है,जिसका नंबर 1137/1664ख है।
प्रार्थनापत्र में प्रार्थी ने एनएच-29 में हुए गजट को गलत बताया है उसमें फर्जी तरीके से हम लोगो के मकान को दूसरे का दिखा दिया गया है।यही नही हिस्से की 17 एयर जमीन के मुवावजे को लेखपाल मनमानी करके कम दिखाना चाहता है।
जिससे प्रार्थी अपनी अधिग्रहित जमीन,मकान के मुआवजे के लिए दर-दर भटकने के लिए मजबूर हैं।वहीं फरियादी के संबंधित अधिकारी के यहां जाने पर अधिकारी द्वारा पुनः जांच उसी लेखपाल को थमा दी गई,जिसमे लेखपाल द्वारा मनमाने तरीके से लीपापोती की जा रही है।
इस संबंध में जब क्षेत्र के लेखपाल कैलाश से पूछा गया तो बताया जो मौके पर सही है उसकी रिपोर्ट बनाके भेज दी गई है।जिसकी जितनी जमीन है उसको उतना ही मुवावजा मिलेगा।
[हिन्द न्यूज टीवी के लिए गाजीपुर से सुनील सिंह की रिपोर्ट]