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अगर आपको कहे की भारत की अठन्नी पाकिस्तान के लगभग एक रुपए के बराबर है, तो शायद आपको यकीन न हों परंतु सच्चाई यहीं है। पाकिस्तान की आर्थिक स्थिती काफी गंभीर संकट में जाती दिखाई दे रही है। पाकिस्तान की मुद्रा रुपया में जारी गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है, सोमवार को डॉलर के मुकाबले में पाकिस्तानी रुपए में 3.8 फ़ीसदी की गिरावट दर्ज की गई तो वहीं मंगलवार को एक अमरीकी डॉलर की क़ीमत 122 पाकिस्तानी रुपए हो गई। अभी भारतीय रुपये की कीमत अभी 67 रुपये है, यानी भारत की एक अठन्नी अब पाकिस्तानी रुपये के बराबर हो गई है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की माने तो पाकिस्तानी सेंट्रल बैंक भुगतान संतुलन के संकट से बचने की लगातार कोशिश कर रहा है, जिसके चलते पाकिस्तान का सेंट्रल बैंक पिछले सात महीने में तीन बार अपनी मुद्रा का अवमूल्यन कर चुका है, लेकिन इसका कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है।
पाकिस्तान के एक अर्थशास्त्री अशफ़ाक़ हसन ख़ान से जब समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बात की तो उन्होने कहा कि ‘अभी पाकिस्तान में अंतरिम सरकार है और चुनाव के वक़्त में वो आईएमफ़ जाने पर मजबूर हो सकती है’। अशफ़ाक़ हसन ख़ान ने कहा की, ”अगर हम लोग को लगता है कि केवल रुपए के अवमूल्यन से भुगतान संकट में असंतुलन को ख़त्म किया जा सकता है तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।”
वहीं कुछ अर्थशास्त्रियों का मानना है कि पाकिस्तान में विदेशी मुद्रा भंडार इस स्तर तक कम हो गया है कि वो सिर्फ़ दो महीने के आयात में ख़त्म हो जाएगा। इससे पहले पाकिस्तान के ही अखबार ‘ द डॉन’ ने खबर दी थी की पाकिस्तान के पास करीब 10 दिनों का ही पैसा बचा हुआ हैं।