भिण्ड में रेत माफिया और पुलिस की मिलीभगत का स्टिंग करना फिर एक बार पत्रकारों को भारी पड़ गया। मामला ऊमरी थाने का है जहाँ स्टिंग से बौखलाए थाना प्रभारी ने तीनों पत्रकारो के साथ पहले तो मारपीट की फिर उसके बाद हवालात में बंद कर दिया। इस दौरान एक थाना प्रभारी की क्रूरता को देखकर एक पत्रकार मौका देखकर भाग गया। घटना की सूचना बरिष्ठ अधिकारी को लगते ही SDOP मौके पर पहुचे औऱ एक अधीमान्य पत्रकार को थाने से बाहर निकल दिया। हालांकि इस घटना से जिले के सभी पत्रकारो ने थाना प्रभारी पर कार्यवाही को लेकर पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया और कार्यवाही की मांग की।
भिण्ड पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर अपनी फरियाद लिए खड़ा यही वह पत्रकार है, जिसपर खाकी वर्दी का कहर बनकर टूट पड़ा। दरअशल पत्रकार शिवकुमार समाधिया, रिंकेश शर्मा औऱ अविनाश दुवेदी तीनों ने रेत माफिया और पुलिस की मिलीभगत पर स्टोरी कवर कर रहे थे। इस कारण ऊमरी थाना प्रभारी मनीष जादौन बौखला गए थे। पीड़ित पत्रकार का कहना है कि वह ऊमरी थाना परिसर में स्थित एक मंदिर के पुजारी की बेटी की शादी होने वाली थी। जिसकी आर्थिक मदद के लिए मंगलवार की तड़के ऊमरी थाना परिसर पहुचे थे, जहाँ मंदिर के पुजारी नही मिलने पर थाने में तैनात संतरी से पूछा, जहाँ संतरी ने कुछ बताने से पहले थाना प्रभारी मनीष जादौन को फोन पर सूचना दे दी।
पत्रकारो का आरोप है कि थाना प्रभारी सीधे आकर उन्हें गालियां देना शुरू कर दिया और पकड़कर उनका मोबाइल फोन छीन लिया, साथ ही अधीमान्य पत्रकार का कार्ड छुड़ाकर उनको हवालात में बंद कर दिया, औऱ उनके साथ जमकर मारपीट कर दी। इस दौरान उनका साथी रिंकेश शर्मा पुलिस का क्रूर चहेरा देखकर मौके से भाग गया। घटना की सूचना मिलते ही SDOP मौके पर पहुचे औऱ अधीमान्य पत्रकार, शिवकुमार समाधिया को हवालात से बाहर निकाल लाए। लेकिन आदित्य दुवेदी को बंद रखा।
ऊमरी थाना प्रभारी मनीष जादौन द्वारा पत्रकारो के साथ कि गई बदसलूकी के बाद पुलिस अधीक्षक रीडॉस अल्वारेस आर.जे ने मामले को गभीरता से लेते हुए मामले की जांच कर दोषी थाना प्रभारी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही का अस्वासन दे रहे है।
रेत माफिया औऱ पुलिस की मिली भगत को उजागर करने बाले पत्रकारो की आवाज को दबाने का यह पहला मामला नही है। इससे पहले भी रेत माफियाओं के खिलाफ स्टिंग करने बाले पत्रकार संदीप शर्मा को ट्रक से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया गया था। अब देखना होगा कि थाना प्रभारी द्वारा इन पत्रकारों के साथ कि गई क्रूरता का उन्हें इंसाफ मिलेगा या नही।
योगेश चौधरी भिण्ड