मुंबई। उपचुनाव के नतीजों के पूर्व और कुछ मतदान केंद्रों पर हो रहे पुनर्मतदान को लेकर और मतदान के वक्त ईवीएम में हो रही गड़बड़ियों पर शिवसेना ने चुनाव आयोग (ईसी) पर करारा प्रहार किया है और विवादित तरीके का बयान दिया है। शिवसेना ने कहा है कि चुनाव आयोग एक राजनीतिक दल की रखैल बनकर रह गया है।
संजय राउत की यह टिप्पणी पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के एक वीडियो को जारी करने के बाद आया है। जिसमें वे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकर्ताओं को यह निर्देश देते हुए नजर आ रहे हैं कि पालघर लोकसभा सीट का उपचुनाव किसी भी तरह से जीतना ही है। यहां पर 28 मई को मतदान हुआ था।
हमारे लोगों ने पालघर के उपचुनाव के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं को पैसे बांटते हुए पकड़ा थी, लेकिन चुनाव आयोग ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की। अगर पूरे भारत में इसी तरह की निष्क्रियता दिखायी जाती है, तो इसका मतलब है कि चुनाव आयोग एक राजनीतिक दल की रखैल की तरह काम कर रहा है। जिस तरह की शिकायतें चुनाव आय़ोग के सामने आ रही हैं, उन पर तुरंत कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसके अलावा ज्यादातर फैसले भी सरकार के पक्ष में लिए जा रहे हैं। अगर कोई शिकायत चुनाव आयोग से की जाती है तो उसे तुरंत उस पर कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।
हालांकि, भाजपा की तरफ से यह सफाई दी गई थी कि वीडियो क्लिप में छेड़छाड़ की गई है।
भाजपा के सांसद चिंतामन वंगा के निधन के बाद पालघर लोकसभा उप-चुनाव हो रहे हैं। यानि यह सीट पहले भाजपा के पा थी, जिसे वह जीतने के लिए हर संभव कोशिश में लगी रही।
चार लोकसभा सीटों और नौ विधानसभा क्षेत्रों के लिए 10 राज्यों में उप-चुनाव 28 मई को संपन्न हुए थे।
नूरपुर (उत्तर प्रदेश), शाहकोट (पंजाब), जोकिहाट (बिहार), गोमिया और सिली (झारखंड), चेंगानूर (केरल), पलस कड़ेगांव (महाराष्ट्र), अमपाती (मेघालय), थारली (उत्तराखंड) और महेश्तला (पश्चिम बंगाल) में विधानसभा उपचुनाव कराए गए थे। जिनकी मतगणना 31 मई को होगी।