भारत का रेलवे विभाग अपनी लेटलतीफी के लिये विश्व प्रसिद्ध है, मगर रेलवे के जिम्मेदार शायद अब चोरो का साथ भी देने लगें है यह अटपटा जरुर लगेगा मगर है सौ फीसदी सच, यह अजब मामला बस्ती का है जहां परशुरामपुर के रहने वाले एक शख्स बेचई ने अंबाला कैंट स्टेशन से एक मोटर साईकिल बुक कराई मगर तीन महिने बीत जाने के बाद भी बेचई को उसका पार्सल नही मिला, बस्ती के रेलवे पार्सल घर मे बैठे अफसरो से जब वे पूछने जाते हैं तो सरकारी काम का हवाला देकर उसे वापस भेज दिया जाता, रेलवे के कर्मचारियों द्वारा कहा जाता रहा कि पार्सल रास्ते मे होगा आ जायेगा, जब कि रेलवे के नियम के मुताबिक देश मे कहीं से भी अगर आप रेलवे के थ्रू सामान मंगाते हैं तो 18 दिनो में आपका सामान मिल जाना चाहिये नही तो रेलवे आपको वही सामान नया देगा, बेचई के साथ रेलवे तीन महिने से आंख मिचौली का खेल खेल रहा है, रेलवे मे एक बाईक ट्रेन से ही चोरी कर ली गई और अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं, बेचई ने क्लेम के लिये रेलवे को अवगत भी करा दिया है मगर उसका भी कोई असर नही हुआ, बेचई का 50 हजार से अधिक की कीमत का सामान अंबाला रेलवे स्टेशन से बस्ती रेलवे स्टेशन के बीच मे ही कहीं गायब हो गया मगर पार्सल घर के अधिकारी आज तक यह नही पता लगा पाये कि पार्सल कहां गया, ऐसे मे यह साफ जाहिर है कि पार्सल चोरी का रेलवे मे कोई गैंग चल रहा है जो ऐसी घटनाओ को अंजाम दे रहा है और हो सकता है कि रेलवे विभाग की भी इसमें मिलीभगत हो।
बहरहाल बेचई न्याय के लिये भटक रहा हैं, उसकी बात सुनने वाला कोई नही है, रेलवे के पार्सल घर के एक बाबू ने कहा कि बेचई की मांग सही है मगर उपर बैठे अधिकारी जब गंभीर होंगे तो उनका सामान मिल सकेगा, जब कि बेचई का आरोप है कि लगातार रेलवे के अधिकारियों से बात करने के बाद भी उसकी मदद नही हुई और अपने ही सामान को पाने के लिये उसे ठोकरें खाना पड रही हैं।
हिन्द न्युज टीवी के लिए बस्ती से सतीश श्रीवास्तव