महामुकाबले की शुरुआत के लिए शंख फूंका जा चुका है और चेन्नई सुपर किंग्स ने टॉस जीत के पहले गेंदबाजी का फैसला किया है। आईपीएल के मौजूदा सत्र की दो सर्वश्रेष्ठ टीमें चेन्नई सुपर किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद जल्द ही आखिरी तिलिस्म तोड़ने के लिए आमने-सामने होंगी तो दर्शकों को बल्ले और गेंद की बेहतरीन जंग देखने को मिलेगी। अपको बता दें कि तीसरी बार खिताब जीतने की कोशिश में जुटी चेन्नई 2016 की चैंपियन सनराइजर्स से पहले क्वालीफायर में मुकाबला कर चुकी है जिसमें 2010 और 2011 की चैंपियन चेन्नई ने दो विकेट से जीत दर्ज करके फाइनल में जगह बनाई थी।
चेन्नई का नौ प्रयासों में यह सातवां फाइनल है। इस साल चेन्नई ने दोनों ग्रुप मैचों में भी सनराइजर्स को हराया है और सनराइजर्स को दूसरे क्वालीफायर में कोलकाता नाइटराइडर्स का सामना उसी के मैदान ईडन गार्डंस पर करना पड़ा, जिसमें सनराइजर्स ने 13 रन से जीत दर्ज की।
क्यों है चेन्नई के जीतने की उम्मीद?
चेन्नई को दो मैचों के बीच चार दिन का ब्रेक मिला है, जबकि सनराइजर्स को कोलकाता से यहां आकर थकान को भुलाकर खेलना होगा। सनराइजर्स का सात दिन में यह तीसरा मैच है, लिहाजा थकान का मसला होगा।
क्यों है हैदराबाद के जीतने की उम्मीद?
चेन्नई को सनराइजर्स के हरफनमौला कार्लोस ब्रेथवेट पर भी अंकुश लगाना होगा जो टी-20 विश्व कप 2016 में वेस्टइंडीज की खिताबी जीत का सूत्रधार था। उसने केकेआर के खिलाफ डैथ ओवरों में उम्दा बल्लेबाजी की और चेन्नई के खिलाफ नाबाद 43 रन बनाए थे। दूसरी ओर सनराइजर्स को कप्तान केन विलियमसन से उसी प्रदर्शन की उम्मीद होगी, जो उन्होंने लीग चरण में किया।