मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान बीती शाम रतलाम ज़िले के सुदूर आदिवासी अंचल बाजना पहुंचे। जहां उन्होने आदिवासी भाई बहनों से बातचीत की और आदिवासी कल्याण के लिए अनेक घोषणाये की। वही, रात्रि विश्राम के बाद सीएम स्कूली छात्राओं से संवाद करके और पौधारोपण करने के बाद सतना के लिए रवाना हो गए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आत्मीय संवाद बिना किसी औपचारिकता किये सीधे आदिवासियों से बात करते हुए कहा कि वो आदिवासियों के लिए एकल खिड़की चालू करेंगे, महिला समूहों को उचित मूल्य पर दुकान का वितरण, वनाधिकार कानून पालन जारी रखेंगे। पट्टे पर दी जाने वाली जमीन आवेदन किये जाने पर परीक्षण करके ही दी जाएंगी, आदिवासी क्षेत्रों में छोटे-छोटे तालाबों का निर्माण सर्वे करके कराया जाएगा, जनता की मर्जी से ही बांध बनाये जाएंगे,उच्च शिक्षा की फीस भी सरकार के दवारा भरी जाएंगी। आदिवासी क्षेत्रों में जड़ी-बूटी पर आधारित उद्योग लगाये जाएंगे,नियत दुकान के अलावा शराब बिकने पर सख्त कार्रवाई की जाएंगी। यदि प्रधानमंत्री योजना में गड़बड़ी पायी जाती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं पलायन की समस्या पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उसके लिए सार्थक प्रयास किये जायेगें, रामदेवरा को तीर्थ दर्शन में शामिल किया जायेगा। वन लगाने एवं उस पर आदिवासी के अधिकार, आदिवासी संस्कृति का विकास किया जाएगा। साथ ही आदिवासियों के लिए आईएएस,आईपीएस की कोचिंग की व्यवस्था भी सरकार कराएगी। आदिवासी वित्त विकास निगम पुनर्जीवित करेंगे।वहीं मुख्यमंत्री ने इस साल के अंत तक हर घर में बिजली पहुंचाने का भी वायदा किया।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए ब्यूरो रिपोर्ट के साथ नितिन इंगले