आज शाम 4 बजे कर्नाटक की राजनीति में एक नया अध्याय जुड़ेगा क्योकि ‘कुमार’ कर्नाटक के ‘स्वामी’ बनेंगे। आज कुमारस्वामी के साथ कांग्रेस विधायक जी. परमेश्वर भी डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे। इन सब के बीच शपथग्रहण तो जरूर कुमारस्वामी का हो रहा है, लेकिन आज मंच पर सबकी नजरें महागठबंधन पर होगी। दरअसल, कांग्रेस को ऐसा लगता है कि ये वहीं मंच है जो विपक्ष को एकजुट करते हुए 2019 में जीत की दहलीज तक लेकर जाएगा। वहीं कांग्रेस को कर्नाटक की जीत के बाद अब 2019 में जीत की खुशबू अभी से आने लगी है। कर्नाटक में आज उत्तर से दक्षिण तक और पूरब से पश्चिम तक गैर बीजेपी नेता एक मंच पर नजर आएंगे।
जहां एक तरफ इस मंच पर कांग्रेस से सोनिया और राहुल गांधी की जोड़ी नजर आएगी, तो वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश की राजनीति के धुर-विरोधी रहे सपा के प्रमुख नेता अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती भी एक साथ इस मंच पर नजर आएंगे। वहीं इसके अलावा ममता और लेफ्ट नेता समेत कई बडे़ चेहरे भी एक मंच पर मौजूद रहेंगे। दरअसल, विपक्ष की अब पूरी कोशिश है कि वो मोदी सरकार को कड़ी टक्कर दे और जो बीजेपी के लिए दक्षिण का द्वार खुला था, उसे पूरी तरह से बंद कर दिया जाए। साथ ही विपक्ष 2019 के चुनाव से पहले तक ऐसा माहौल तैयार करना चाहता है, जिससे वो केंद्र में सत्ता की कुर्सी पर काबिज हो सके।
कर्नाटक में बीजेपी को 104, कांग्रेस को 78, जेडीएस को 38 और अन्य को 2 सीटें मिली थी। वहीं इससे पहले राज्यपाल द्वारा सरकार बनाने के न्यौते को येदियुरप्पा ने स्वीकार करते हुए सीएम पद की शपथ ली, लेकिन वो अपनी सरकार ढाई दिन भी नहीं चला पाए और विधायक पूरे न होने की वजह से सदन में एक भावुक भाषण देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद कर्नाटक की सत्ता की चाबी आज कुमारस्वामी के हाथों में होगी।