अलीगढ़ में फौजी के बेटे कनिष्क की अपहरण के बाद चर्चित हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया हैं। इस सिलसिले में पुलिस ने चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस की माने तो फिरौती के लिए अपहरण किया गया था, फिरौती न मिलने पर आरोपियों ने पकड़े जाने के डर से कर दी थी ढाई वर्षीय मासूम कनिष्क की हत्या, जिसके बाद उसका शव थाना खैर इलाके के उसराम गाँव के तालाब में मिला था।
अलीगढ़ के थाना खैर इलाका स्थित गांव उसरम में सोहनलाल पुत्र खजान सिंह जो कि नेवी में हैं। सोहन लाल का करीब ढाई वर्षीय बेटा कनिष्क 9 फरवरी 2018 को घर के दरवाजे से रहस्यमय ढंग से गायब हो गया। जिसकी काफी तलाश की गई लेकिन बच्चे का कोई अता पता नहीं चला और फौजी सोहनलाल ने पुलिस को अपने बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। इस घटना के दसवें दिन सोहन लाल के घर से महज कुछ ही दूर गांव उसरम में स्थित एक तालाब में बच्चे का शव मिलने की सूचना मिली। जिसके बाद परिजन, ग्रामीण और पुलिस मौके पर पहुंच गए शव को तालाब से निकाला गया। तो पता चला कि वह कनिष्क का शव है जो कि 10 दिन से गायब चल रहा था। इस बहुचर्चित हत्याकांड का खुलासा आज पुलिस ने करते हुए चार अभियुक्तों क्रमशः सुखराम उर्फ़ सुक्खा, राकेश, उमेश और पुष्पेंद्र को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने खुलासा करते हुए जानकारी दी कि गहन पूछताछ के बाद आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि वह कर्जे में चल रहे हैं जिसके लिए उन्हें रूपये की जरूरत थी, उसी जरूरत को पूरा करने के उद्देश्य से इस बच्चे कनिष्क का अपहरण कर परिवार से मोटी रकम की फिरौती के तौर पर मांगी जानी थी। लेकिन बच्चे के अपहरण को लेकर आसपास इलाके में काफी माहौल गर्म हो गया तो पकड़े जाने के डर से बच्चे का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और पास के ही पोखर में उसे फेंक दिया और वहां से फरार हो गए। वही बताया कि गिरफ्तार किए गए चारों अभियुक्तों को अग्रिम कार्यवाही कर जेल भेज दिया गया है।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए अलीगढ़ से अजय कुमार