
बेंगलुरू। कर्नाटक विधानसभा में शक्ति परीक्षण शुरू होने से पहले कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि उनके पास संख्या बल है और जेडीएस के साथ मिलकर गठबंधन में सरकार बनायेंगे।
विधानसभा के सत्र शुरू होने से पहले, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि भाजपा के विधायकों की संख्या हमारे गठबंधन से कम है और उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि कांग्रेस-जेडीएस मिलकर राज्य में सरकार बनाने में कामयाब हो जायेंगे।
इसी तरह से अपनी भावनाओं को जाहिर करते हुए एक और कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, जो लोकसभा सांसद भी हैं, उन्होंने कहा कि भाजपा के पास संख्या बल नहीं है। यह तय है कि शक्ति परीक्षण में वे हार जायेंगे और हमारी पार्टी की जीत होगी। भाजपा सिर्फ अपना बहुमत को साबित करने की कोशिश कर रही है और वे असफल हो जाएंगे।
इस बीच, शक्ति परीक्षण में शामिल होने के लिए कांग्रेस विधायक एक बस से बेंगलुरू पहुंचे हैं।
बता दें, गठबंधन की याचिका की सुनवाई करते समय सुप्रीम कोर्ट ने राज्य में बहुमत साबित करने के लिए राज्यपाल द्वारा बीजेपी को दिए गए समय को कम कर दिया गया था और पार्टी से शनिवार को 4 बजे ट्रस्ट वोट आयोजित करने को कहा था।
कर्नाटक के गवर्नर वाजूभाई आर वाला के राज्य में सरकार बनाने के लिए बीजेपी के निमंत्रण के बाद कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) द्वारा दायर याचिका के खिलाफ शीर्ष अदालत ने सुनवाई पूरी करने के बाद निर्णय लिया था।
भाजपा 104 विधायकों के भाजपा साथ सबसे बड़ी पार्टी है। वे 221 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए जरूरी संख्या से इनके पास सात विधायक कम हैं, जबकि कांग्रेस गठबंधन में 117 विधायक हैं, जिनमें दो स्वतंत्र विधायक भी शामिल हैं।
वहीं, जेडीएस के दो विधायक नदारद हैं। कुमारस्वामी ने आऱोप लगाया है कि उनके दोनों विधायकों को भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने हाईजैक कर रखा है। इसके साथ कांग्रेस कांग्रेस ने शिकायत दर्ज करवायी है कि उनके एक विधायक को भाजपा विधायक ने 100 करोड़ रुपये देने और मंत्री पद से नवाजने के लि ऑफर दिया।