नई दिल्ली। बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद से तमाम पार्टियों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को ही भ्रष्ट करार दे दिया है। उन्होंने कहा कि सबने यह देखा कि किस तरह से कर्नाटक में लोकतंत्र का गला घोंटने की कोशिश की गई। भाजपा दूसरी पार्टी के विधायकों को किस तरह से ऑफर देकर तोड़ने में लगे थे। लेकिन मैं शुक्रिया करता हूं उन इमानदार विधाय़कों का जो अपना नैतिक पतन नहीं होने दिए और अपने रुख पर कायम रहे। भाजपा की तरफ से उन्हें तोड़ने की हर संभव कोशिश की गई।
वहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती ने तो भाजपा की रणनीति पर हमला बोला है। मायावती ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी को अपनी रणनीति बदल देनी चाहिए। जिस तरह से आज असफल हुए हैं उसी तरह से वे 2019 में भी असफल होंगे। उधर, कांग्रेस ने कहा है कि येदियुरप्पा के इस्तीफे से लोकतंत्र की जीत और तानाशाही की हार हुई है। पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह देश की किसी संस्था को मानते ही नहीं है। वे जो कहते हैं, वही सच है।
कांग्रेस नेता का विवादित बयान
वहीं, कांग्रेस नेता संजय निरूपम तो सारी मर्यादाओं को तोड़ते हुए सबसे आगे निकल गए हैं। उन्होंने कहा है कि कर्नाटक के राज्यपाल ने इस देश में वफादारी का नया कीर्तिमान स्थापित किया है। शायद देश का अब हर आदमी अपने कुत्ते का नाम वजुभाई वाला ही रखेगा, क्योंकि इससे ज्यादा वफादार तो कोई हो ही नहीं सकता है।
#WATCH Derogatory statement by Congress’ Sanjay Nirupam, says, ‘Iss desh mein wafadari ka naya kirtimaan sthaapit kiya hai Vajubhai Vala (#Karnataka Guv) ji ne, ab shayad India ka har aadmi apne kutte ka naam Vajubhai Vala hi rakhega kyunki isse zyada wafaadaar koi ho nahi sakta’ pic.twitter.com/P0EtWWo58i
— ANI (@ANI) May 19, 2018
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दिल्ली में जश्न
#WATCH:Congress workers celebrate in Delhi after BS Yeddyurappa resigned as Karnataka CM ahead of #FloorTest pic.twitter.com/4hzop2GR8W
— ANI (@ANI) May 19, 2018
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी पर इतने हमले एक साथ इसलिए किये जा रहे हैं क्योंकि कर्नाटक के राज्यपाल ने वफादारी दिखाते हुए बिना बहुमत वाली पार्टी को सरकार बनाने का मौका दे दिया। लेकिन पार्टी के पास बहुमत भर के विधायक नहीं होने के नाते परीक्षण से पहले ही मुख्यमंत्री को इस्तीफे का ऐलान करना पड़ा।
इस लड़ाई में विपक्ष को नैतिक जीत मिली है और देशभर में सभी विपक्षियों ने इसका स्वागत किया है और कहा है कि इस लड़ाई में हम सब एक साथ हैं। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडु ने भी कहा है कि हम सब एक साथ हैं औऱ मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि भाजपा की सरकार गिर गई।
आपको बता दें, चंद्रबाबू की पार्टी केंद्र में मोदी की सहयोगी थी, लेकिन मतभेदों की वजह से उनकी पार्टी ने गठबंधन तोड़ लिया और मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया।