
पणजी। कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का न्यौता मिलने और बीएस येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने लेने के बाद देश में राजनीति काफी गर्म हो गई है। अब उन राज्यों में मांग उठने लगी है कि जहां पर जो सबसे बड़ी पार्टी और उसे सरकार बनाने से वंचित किया गया है उस पार्टी को सरकार बनाने का मौका दिया जाये।
आज सुबह गोवा में कांग्रेस के विधायक यतीश नाइक की अगुआई में राज्यपाल से मुलाकात करने का वक्त मांगा था। सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने का दावा पेश किया। कांग्रेस के 13 विधाय़को ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मुलाकात की। कर्नाटक का हवाला देते हुए कांग्रेस नेताओं का कहना है कि गोवा में हमारी पार्टी के ज्यादा विधायक हैं, इसलिए हमको सरकार बनाने का मौका मिलना चाहिए। उसके बाद हम भी विधानसभा में बहुमत साबित कर देंगे।
बता दें, गोवा में पिछले साल यानि 2017 में चुनाव हुए थे। 40 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस के 17 एमएलए चुनाव जीतने में कामयाब हुए थे। कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। उसके बाद 13 सीटों के साथ बीजेपी दूसरे नंबर पर थी। लेकिन गोवा में कांग्रेस को सरकार बनाने का मौका नहीं दिया गया और भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनवा दी गई। यहां तक कि केंद्र में मंत्री रहे मनोबर पर्रीकर को दिल्ली से बुलाकर सीएम पद की शपथ दिला दी गई।
कांग्रेस का दावा यह कहकर खारिज कर दिया गया कि उन्होंने सरकार बनाने का दावा ही नहीं पेश किया।
अब कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी की सरकार बन जाने पर गोवा कांग्रेस के नेताओं को घर बैठे ही यह मौका मिल गया है कि अगर कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी तो गोवा में क्यों नहीं?
कुछ इसी तरह की कहानी बिहार और मणिपुर में भी है। इन राज्यों में सबसे बड़ी पार्टियां सत्ता से बाहर हैं। इन राज्यों में मुख्य विपक्षी पार्टियां अब अपना दावा पेश करने के लिए माहौल तैयार करने में जुट गई हैं। साथ ही समूचे देश में यह संदेश देने की कोशिश में लगी हैं कि भारतीय़ जनता पार्टी केंद्र की बदौलत संविधान का मखौल उडाने में लगी है।
संविधान को बचाने के लिए देश में धरना और प्रदर्शन किए जा रहे हैं। त्रिपुरा में धरना-प्रदर्शन करते समय 100 से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।