कोच्चि। केरल सरकार में मंत्री और जेडीएस नेता मैथ्यू टी थॉमस ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कांग्रेस और जनता दल के विधायकों को कर्नाटक से केरल स्थानांतरित करने के लिए चार्टर विमान की अनुमति नहीं दी है।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के डर से कांग्रेस और जेडीएस ने अपने विधायकों को कल बेंगलुरू के ईगलटन रिज़ॉर्ट से स्थानांतरित करने के लिए चार्टर प्लेन के लिए मांग की थी। लेकिन विमानन मंत्रालय ने उसकी अनुमति नहीं दी।
थॉमस ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि वह 17 मई को विधायकों को कोच्चि पहुंचने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन नागरिक विमानन मंत्रालय ने उन्हें चार्टर विमान के लिए अनुमति नहीं दी थी।
केरल पर्यटन मंत्री कदकंपल्ली सुरेंद्रन ने बीजेपी द्वारा विधायकों की खरीद-फरोख्त और बोली से बचने के लिए कर्नाटक से कांग्रेस और जेडीएस विधायकों को केरल में आमंत्रित किया था।
उन्होंने उम्मीद जताई कि विधायक तेलंगाना और आंध्र प्रदेश भी जा सकते हैं।
गौरतलब है कि कर्नाटक के नव निर्वाचित मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के पास विधानसभा को सदन के पटल पर अपना बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया गया हैं। जिस पर कांग्रेस और जेडीएस आरोप लगा रहे हैं कि बीजेपी उनके विधायकों की बोली लगाने की कोशिश कर रही है, जिसकी वजह से कांग्रेस अपने विधायकों को स्थानांतरित कर रही है।
बता दें, कर्नाटक चुनाव परिणाम के बाद बीजेपी 104 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी। वहीं 78 सीटों के साथ कांग्रेस दूसरे नंबर और 38 सीटों के साथ जेडीएस तीसरे नंबर पर है। किसी को सपष्ट बहुमत नहीं मिलने के बावजूद राज्यपाल ने अपने विवेकाधिकार का इस्तेमाल करते हुए बीजेपी नेता बीेएस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दी। उसके बाद कांग्रेस और जेडीएस ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने राज्यपाल के फैसले पर रोक लगाने से मना कर दिया। आज शुक्रवार को फिर से सुनवाई हो रही है। कांग्रेस का कहना है कि लोगों का संविधान पर से भरोसा उठता जा रहा है। केवल न्यायालय से ही न्याय की उम्मीद की जा सकती है। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में राज्यपाल के फैसले पर सुनवाई जारी है।