
पुलिस अधिकारियों ने शहर से लेकर कस्बें और बाजारों के चौराहे और तिराहों को गोद तो लिया, लेकिन इसके बाद उसकी तरफ ध्यान देना भी वाजिब नहीं समझा। ये हालात सिर्फ कस्बों के ही नहीं बल्कि शहर में भी पुलिस अधिकारियों ने जो तिराहे और चौराहे गौद लिए वो भी अतिक्रमण की गिरफ्त में हैं आपको बता दे कि यूपी में ‘कोना बचाओ’ अभियान के तहत चौराहों और तिराहों को अतिक्रमण से मुक्त कराने के विचार से और यातायात व्यवस्था को सुचारू करने के मकसद से पुलिस अधिकारियों ने पिछले वर्ष जून 2017 में इन्हें गोद लिया था। इसके पहले आइजी जोन गोरखपुर ने 15 मई 2017 को जब जिले में भ्रमण कर रहे थे उस दौरान उन्होंने सभी पुलिस अधिकारियों को एक-एक चौराहा, तिराहा गोद लेने का निर्देश दिया था। वहीँ,बस्ती जिले के शहर के सिविल लाइन क्षेत्र के गुरु गोविंद सिंह चौक एसपी ने गोद लिया था, इसी तरह एएसपी ने भी सुभाष चौक के फौव्वारा तिराहा को गोद लिया था, और सीओ सिटी की तरफ से पुरानी बस्ती के दक्षिण दरवाजा चौराहा व् कोतवाल ने रोडवेज तिराहा को गोद लिया था। वहीँ, सभी थाना प्रभारियों ने अपने अपने थाना क्षेत्रों में स्थित प्रमुख तिराहे और चौराहे को गोद लिया था | इन चौराहों को अतिक्रमण मुक्त बनाने से लेकर यातायात व्यवस्था सुचारू रखने तक की पूरी जिम्मेदारी इन अधिकारियों की थी। इन चौराहे और तिराहों को गोद लेते समय निर्देश किया गया था कि इन चौराहों, तिराहों के आसपास 50 मीटर तक किसी तरह का अतिक्रमण नहीं होने दिया जाए। वहीँ, आईजी जोन ने इन अधिकारियों को निर्देश दिया था कि वे जाम या अतिक्रमण पर तुरंत कारवाही करने के लिए आ पास के दुकानदारों को अपना विसिटिंग कार्ड दे ताकि दूकानदार समय पर सूचना दे और जाम या अतिक्रमण को हटाया जा सके, लेकिन कंपनी बाग चौराहा हो या फौव्वारा तिराहा, अभी भी सब अतिक्रमण से घिरे हुए हैं। एसपी और एएसपी की तरफ से इन दोनों को गोद लेने के बावजूद भी दुकानदारों ने यहाँ अतिक्रमण किये हुआ है तो वहीँ, आटो रिक्शा वालों ने इसे ऑटो स्टैंड बना रखा है। और इन दोनों स्थानों से वो अपनी सवारियां भरते हैं। इसी दक्षिण दरवाजा चौराहे पर फल के दुकानदारों ने जमकर अतिक्रमण किया हुआ है। यदि रोडवेज तिराहे की आत करें तो यहाँ रोजाना जाम लग होता है। जब एसपी से इस बारे में पुछा गया तो उन्होंने कहा कि समय-समय पर अतिक्रमणकारियों को चौराहों और तिराहों से भगाया जाता है और कार्रवाई की जाती है | वहीँ, अब सवाल ये उठता हैं कि जिन तिराहों और चौराहों को पुलिस अधिकारियों के गोद लेने के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया जा सका तो कैसे ये अधिकारी शहर के जाम और अतिक्रमण से लोगों को निजात दिवा पाएंगे
हिन्द न्यूज़ टीवी के लिए बस्ती से सतीश श्रीवास्तव