
देहरादून में सिटी बस महासंघ सेवा के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने प्रेस वार्ता में बताया कि देहरादून में विक्रमो को परमिट देने के लिए देहरादून क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय का एक बड़ा खेल सामने आया हैं | देहरादून आरटीओ ने विक्रमो में 7 सवारी और एक ड्राइवर सहित कुल 8 सवारी बैठने को मंजूरी दी हैं जो कि गलत हैं, क्योंकि वाहन निर्माता ने स्पष्ट रूप से बताया हुआ हैं कि यह केवल 6 यात्री और 1 ड्राईवर के लिए हैं | वहीँ,मैक्सी कैब की श्रेणी में चार पहिया वाहन को रखा जाता हैं जिसमें 6 से 12 सवारी बैठने की क्षमता होती हैं | लेकिन, देहरादून आरटीओ ने बिना किसी सरकारी आदेश से तीन पहिया वाहन टेंपो, विक्रम की एक सीट ड्राइवर के बराबर में बदल कर उक्त वाहन को मैक्सी कैब की श्रेणी में रखा है | जबकि आरटीआई के माध्यम से पता करने पर ज्ञात हुआ हैं कि भारत सरकार की पुणे स्थित ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एआरएआई) ने अपनी रिपोर्ट में 6 सवारी और एक ड्राइवर सहित कुल 7 सवारी को बैठने की मंजूरी दी हैं | आपकों बता दें कि एआरएआई अपनी क्षमता, इंजन की शक्ति, प्रदूषण उत्सर्जन और अन्य मानकों की पूरी तरह से जांच करने के बाद वाहन को मंजूरी देता है। और कोई निर्माता वाहन की ले जाने की क्षमता को एआरएआई की अनुमति के बिना न तो बढ़ा सकता है और न घटा सकता है
हिन्द न्यूज़ टीवी के लिए देहरादून से विनय सूद