गोरखपुर का बीआरडी कॉलेज, अगस्त 2017 में 97 बच्चे काल के गाल में समा गए थे, इन बच्चों की मौत अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से हुई थी, लेकिन राज्य सरकार ने इसे सिरे से नकार दिया था । लेकिन जब मामले की जांच हुई, तो ऑक्सीजन काण्ड में 9 आरोपियों को हिरासत में लिया गया, जिनमें से एक आरोपी को जमानत मिल चुकी है, उधर अभी 8 आरोपी सलाखों के पीछे हैं, जिनमें से एक डॉ कफील खान की गुरुवार को तबियत खराब होने पर उसे जेल से जिला अस्पताल इलाज के लिए लाया गया ।
जहां पर उससे जब मिडिया ने सवाल किया, तो उसने कहा कि मुझे फंसाया जा रहा है, लेकिन उसी दौरान मिडिया को धक्का देते हुए पुलिस कर्मी डॉ कफील को जबरन खीचते हुए गाड़ी में बिठाकर जेल रवाना हो गए, आपको बता दें गोरखपुर जिला कारागार से जिला अस्पताल के हृदय रोग विभाग पहुंचे डॉक्टर कफील ने ऑक्सीजन कांड में खुद को निर्दोष बताया, और कहा कि मुझे ऑक्सीजन खरीद से कोई मतलब नहीं था, यह पूरी तरह से एडमिनिस्ट्रेशन की गलती है ।
हिन्द न्युज़ टीवी के लिए गोरखपुर से प्रेम चंद्र चौहान