भूमाफिया के खिलाफ अभियान चलाने वाली योगी सरकार में कुछ माफिया ने थाने की ही जमीन बेच डाली। दो साल से चल रहे इस खेल में आखिरी बैनामा फरवरी-18 में हुआ। भांडा माफियाओं की आपसी जंग पर इसकी भनक प्रशासन को लगी,और जब तक प्रशासन को इसकी जानकारी मिली, तब तक पुलिस की ही जमीन पुलिस के ही हाथ से खिसक गई, उसके बाद पुलिस सख्ते में आ गई, और इंस्पेक्टर ने प्रशासन से थाने का सीमांकन कराने की गुजारिश की, दो माह बीत जाने के बाद भी जब कौई “न्याय” नहीं मिला तो इंस्पेक्टर ने उच्चाधिकारी को पत्र लिखा है। और भूमाफियाओं के खिलाफ अभियान चलाने की मांग की है। आपको बता दें कि ताजा मामला। अलीगढ़ जिला मुख्यालय से करीब 12 किमी दूर स्थित हरदुआगंज थाने का है। जहां यह थाना अंग्रेजी हुकूमत में ढाई बीघा में खुला था। अब साढ़े नौ बीघा (1167, 1168, 1169) में है। थाने के पूर्व में हरदुआगंज के जमींदार अहमद सईद खां उर्फ नवाब छतारी के फर्म मैनेजर मुहम्मद सईद खां की जमीन भी है। देश बंटवारे के बाद मैनेजर पाकिस्तान चले गए थे। कोई वारिस न होने से माफिया आसपास की जमीन बेचकर यहीं कब्जा दे रहे हैं। जानकारी के मुताविक नवाब की नातिन होने का दावा करने वाली पान वाली कोठी निवासी हुमा चौधरी ने पांच फरवरी को पुलिस से शिकायत की। प्रशासन की नजर में हुमा भी जमीन कब्जाने के खेल में लिप्त हैं। भूमाफिया ने दो साल में थाने की बाउंड्री के अंदर वाली जमीन के दर्जनभर बैनामे किए हैं। भौंचक थानेदार ने प्रशासन से थाने का सीमांकन कराने की गुजारिश की। पुलिस के मुताविक जाँच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए अलीगढ़ से अजय कुमार