हरिद्वार में हाथियों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा हैं। एक बार फिर हरिद्वार रेंज के जियापोता गाँव में एक 15 वर्षीय टस्कर हाथी की मौत हो गयी | हाथी की मौत की सूचना से वन विभाग में हड़कम्प मच गया | आपको बता दें कि जिस इलाके में इस टस्कर हाथी की मौत हुई है वो ग्रामीण आबादी से भरा हुआ है यहाँ ज़्यादातर लोग खेतीबाड़ी पर ही निर्भर है। जंगल से सटा होने के कारण अक्सर जंगली जानवरों आबादी में घुसकर इनकी फसलों को नुकसान पहुँचते हैं ।इसी इलाके के जियापोता गाँव के किसान के खेत में अचानक एक हाथी की मौत हो गयी जिसकी सूचना से वन विभाग के अधिकारियों के हाथ पाँव फूल गए| जैसे-तैसे आनन फानन में अधिकारी घटना स्थल पर पहुँचे और हाथी के शव को कब्जे में लेकर डॉक्टर ने शव का मौके पर ही पोस्टमार्टम किया। आपको बता दें कि पिछले सात दिनों में हाथी की मौत की दूसरी घटना हैं । जो कि राजाजी टाइगर की चीला रेंज में पहाड़ी से गिरकर मादा हाथी की मौत हुई थी। अब, आबादी वाले इलाके में हाथी की मौत ने वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए है। हाथी की मौत कैसे हुई ये तो पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने पर ही पता चल पाएगा। फिलहाल वन विभाग के अधिकारी संदिग्ध परिस्थितियों में हाथी की मौत की बात कह रहे है । साथ ही वन विभाग के अधिकारी ये दावा भी कर रहे है कि उनके द्वारा संवेदनशील जगहों को चिन्हित कर लगातार प्रयास किये जाते है ताकि जंगली जानवर आबादी वाले इलाकों में न घुस सके। लेकिन,वहीँ ग्रामीणों ने आरोप लगाए कि लगातार हाथियों व अन्य जंगली जानवर उनकी फसलों को नुकसान करते हैं जिसकी शिकायत करने के बाद भी वन विभाग के अधिकारी कार्यवाही नहीं करते ।
हिन्द न्यूज़ टीवी के लिए हरिद्वार से दिवेश सागर