केंद्र सरकार की योजनाओ में घोटाला कर अधिकारी किस तरह पलीता लगा रहे है। ये आज हम आपको बताते है। दरअसल उत्तर प्रदेश के जनपद मुज़फ्फरनगर में राष्टीय ग्रामीण योजना के अंतर्गत सरकार के द्वारा भेजी गई। धनराशि से 6 करोड़ की मोटी रकम उड़नछू हो गई।
जिस कारण धन के आभाव में योजनाए भी पूरी नहीं हो पा रही है। ये खुद जनपद के अधिकारी बता रहे है। की जल निगम के खाते से 6 करोड़ की रकम का गायब पाई गई है।अधिकारियो की माने तो ये रकम डायवर्ड कर शायद किसी अन्य काम में खर्च की गई है। फिलाल मामले की जाँच की जा रही है।
इस घोटाले में जिला विकास अधिकारी मोती लाल व्यास ने जानकारी देते हुए बताया है की राष्टीय ग्रामीण पेयजल योजना के अंतर्गत गाँवो में योजनाए चल रही है। लेकिन धन के आभाव में पूरी नहीं हो पा रही है। इस बाबत जब जल निगम से पूछा गया तो उन्होंने जवाब में बताया की लगभग 6 करोड़ रुपया हमारा डायवर्ड है। और जो पिछले एक्सीयन उन्होंने इस पैसे को अनहित कही और खर्च कर दिया है। हमारे हिसाब से जल निगम के पास 18 करोड़ 51 लाख रूपये होने चाहिए थे। लेकिन बैंक के खाते में मात्र 12 करोड़ 66 लाख रूपये की राशि ही दिख रही है। लगभग 6 करोड़ की राशि डायवर्ड है। जिस कारण योजना पूरी नहीं हो पा रही है। नई योजनाए आ रही है। लेकिन पूरी नहीं हो पा रही है।
इसमें जिलाधिकारी साहब द्वारा जाँच कराई जा रही है। तो सुना अपने जिला विकास अधिकारी मोती लाल व्यास जी को जो 6 करोड़ के इस घोटाले को धन राशि डायवर्ड होना बता रहे है।खेर जो भी हो इस समय तो इस धनराशि के गायब होने के कारण केंद्र सरकार की योजनाए फिलाल तो मुज़फ्फरनगर की जनता तक नहीं पहुँच पा रही। और सभी जल निगम की योजनाए जनपद में वही के वही थमी खड़ी है ।