एक ओर जहां मोदी सरकार करोड़ों लोगों को रोजगार देने की बात कह रही है, तो वहीं कपड़ा उद्दोग को रहात नही दिए जाने से कपड़ा उद्दोग बंद होने की कगार पर है। एक साल चली हड़ताल से डेढ़ लाख कर्मचारी बेरोजगार हो गए थे, वहीं पिछले 15 दिनों में
जीएसटी यानी माल एवं सेवा कर जिसे लागू हुए अब पूरा एक साल हो चुका है।इस दौरान जीएसटी ने काफी चीजों के टैक्स में बदलाव किया।जहां कुछ सामान और सेवा को ऊपरी टैक्स स्लैब से नीचे लाया गया तो कुछ का रेट बढ़ा दिया गया।उत्पादों व सेवाओं पर लगने वाले
बैकों द्वारा अपने कस्टमर्स को दी जा रही एटीएम, चेकबुक या स्टेटमेंट आदि पर जीएसटी नहीं लगेगा। ये सेवाएं बैंक की तरफ से अपने कस्टमर्स को मुफ्त सेवा के रूप में दी जाती है।
बता दें कि ये जानकारी सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेज और कस्टम के सवाल-जवाब के तौर पर