देश आजाद हो चुका था और दो हिस्सों में भी बंट गया था। पहला हिंदुस्तान और दुसरा पाकिस्तान और आजादी से पहले यह समझौता हुआ की तबादला-ए-आबादी नहीं होगी मतलब जो मुसलमान भारत में रहना चाहता है वो भारत में रह सकता है और जो हिंदू पाकिस्तान में रहना चाहता
लाहौर जल रहा था पंजाब जलने की काागर पर था लेकिन दिल्ली में बैठे सत्ताधीशों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा था। बात आजादी से पहले उस काली रात की है, जब लाहौर में भड़के भीषण दंगों ने अब रौद्र रूप धारण कर लिया है। कल किसी ने यह अफवाह