नई दिल्ली। देश भर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में फिर बढ़ोतरी की गई है। बढ़ी हुई कीमतें सुबह 6:00 बजे से ही लागू हो गई हैं।
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की वेबसाइट के अनुसार, गैर-ब्रांडेड पेट्रोल की कीमतों को संशोधित किया गया है। दिल्ली में 75.61 रुपये प्रति लीटर, बेंगलुरु में 76.83 रुपये प्रति लीटर, कोलकाता में 78.29 रुपये प्रति लीटर, मुंबई में 83.45 रुपये प्रति लीटर और चेन्नई में 78.46 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के नोएडा में पेट्रोल का मूल्य प्रति लीटर 76.65 रुपये दर्ज किया गया है।
इस बीच, पूरे भारत में डीजल की कीमतों में संशोधन किया गया है। दिल्ली में 67.08 रुपये प्रति लीटर, बेंगलुरू में 68.23 रुपये प्रति लीटर, कोलकाता में प्रति लीटर 69.63 रुपये, मुंबई में 71.42 रुपये प्रति लीटर और चेन्नई में 70.80 रुपये प्रति लीटर दर्ज किया गया है।
एनसीआर में डीजल की सबसे ज्यादा कीमत फरीदाबाद में 68.20 रुपये प्रति लीटर दर्ज की गई है।
रिपोर्टों के मुताबिक, वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से घरेलू बाजार में कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। कच्चे तेल की कीमतें प्रति बैरल 100 अमरीकी डालर तक पहुंचने का अनुमान है।
हाल के दिनों में ईंधन की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, जिसके कारण उपभोक्ताओं ने अतिरिक्त खर्च की शिकायत करने के लिए सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्मों को हथियार बना लिय़ा है।
अप्रैल में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि केंद्र और राज्य सरकारें माल और सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में पेट्रोलियम उत्पादों को लाने पर विचार कर रही हैं।
बता दें, अभी 16 मई को ही पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी की गई थी। अगर इसी तरह से पेट्रोलियम पदार्थों के दाम बढ़ते रहे तो महंगाई बढ़ने का खतरा बनेगा। इसके साथ उपभोक्ताओं की आमदनी पर भी असर होगा। उनके खर्चे बढ़ जाएंगे और उनकी बचत पर असर होगा। जिससे उनकी खर्च करने की क्षमता कम होने लगेगी, क्योंकि उनकी कमाई का बड़ा हिस्सा डीजल-पेट्रोल में खर्च होगा या फिर किराये पर खर्च होगा।
वहीं, गाड़ियों के भाड़े और परिवहन का किराया भी बढ़ेगा। जिससे आम आदमी की जेब ढीली होगी।