उत्तर प्रदेश के वाराणसी में हुए दर्दनाक हादसे के बाद भी सबक नही ले रहे है हापुड़ के अधिकारी । हापुड के पिलखुवा में भी हो सकता है वाराणसी जैसा बड़ा हादसा । हापुड के पिलखुवा में भी निर्माणधीन एलिवेटेड सड़क के निर्माण के दौरान अक्सर छुटपुट दुर्घटनाएं सामने आती रहती हैं। कई बार छुटपुट दुर्घटना होने के बावजूद भी आम लोगों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है । सड़क निर्माण करने वाली चेतक कंपनी व जनपद के अधिकारी इस हाइवे 9 से गुजरने वाले लोगों की सुरक्षा व काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं जिससे इन सबकी सुरक्षा राम भरोसे ही है इस सारे मामले में अधिकारियों का कहना है कि मामला आपके द्वारा संज्ञान में लाया गया है और किसी भी सूरत में आम लोग या वहाँ काम कर रहे कर्मचारियों की सुरक्षा में लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।
कल वाराणसी में हुए हादसे के बाद भी निर्माण कार्य करने वाली कंपनी ,प्रशासन और पुलिस का कोई अधिकारी एलिवेटेड रोड पर सुरक्षा के प्रबंधों की जांच करने नहीं पहुंचा। शायद प्रशासन किसी बड़ी दुर्घटना का इंतिजार कर रहा है। आप इन तस्वीरों में देख सकते हैं कि किस तरह मजदूर 30 से 40 फीट की ऊंचाई पर बिना सुरक्षा उपकरणों के काम कर रहे हैं किसी भी मजदूर ने कोई हेलमेट नहीं लगाया हुआ है ओर न ही कोई सुरक्षा उपकरण इन मज़दूरों के पास है साथ ही नीचे हाईवे 9 से गुजर रहे वाहनों में मौजूद लोगों की सुरक्षा के लिए भी कोई पुख्ता इंतजाम नही किये गए है। राष्ट्रीय राजमार्ग 9 को चौड़ा करने एवं पिलखुवा में एलिवेटेड सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है। सरकारी अधिकारियों की अनदेखी के चलते निर्माण कार्य में लापरवाही बरती जा रही है । ओर निर्माण करने वाली कंपनी लागतार लोगों और मजदूरों की जान के साथ खेल रही है।
आप को बता दें के लापरवाही के चलते 15 दिसंबर 2017 को निर्माण के दौरान पिलर का लोहे का जाल अचानक गिर गया था। जिसमें पांच मजदूर फंस गए थे कड़ी मशक्कत के बाद मजदूरों को निकाला गया था। एक माह पहले भी जाल के अचानक झुकने के कारण मजदूर के जाल में फंसने की घटना सामने आई थी। डासना से हापुड़ के बीच 32 किमी छह लेन का एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य चल रहा है। पिलखुवा के अंदर 4.5 किमी का एलिवेटेड रोड बन रहा है। करोड़ों की लागत से बनने वाली इस सड़क के जून 2020 में चालू होने की संभावना है। इस एलिवेटेड सड़क का निर्माण चेतक इंटरप्राइजेज कंपनी द्वारा कराया जा रहा है। खास बात है कि निर्माण कार्य के चलते कंपनी द्वारा लोगों की जानमाल की सुरक्षा के लिए कोई सावधानियां नहीं बरती जा रही है।
यहीं कारण है कि अक्सर जाम लगने के साथ दो बड़े हादसे भी हो चुके है। हालांकि हादसों में जान माल की हानि तो नहीं हुई थी । वहीं उपजिलाधिकारी का कहना है आप के द्वारा एलिवेटेड सड़क निर्माण में लापरवाही की बात बताई गई है सड़क निर्माण कंपनी के लोगों को सुरक्षा के प्रति निर्देशित किया जायगा ओर किसी भी तरीके की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।