नई दिल्ली। दिल में अगर कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो किसी मुकाम जरूर हासिल होता है। इरादे बुलंद हों तो रास्ते खुद ब खुद बनते चले जाते हैं। हर व्यक्ति के पास कुछ न कुछ टैलेंट जरूर होता है। लेकिन दुर्भाग्यवश ज्यादातर लोग अपनी प्रतिभा को नहीं पहचान पाते हैं और उसे सही मुकाम तक नहीं पहुंचा पाते हैं। केरल के एक स्टेशन पर काम करने वाले कुली की कहानी कुछ ऐसी है कि बड़े-बड़े कोचिंग सेंटर और दिनभर पढ़ने वाले भी जो नहीं कर पाए वो श्रीनाथ ने कर दिखाया। उसने केवल रेलवे स्टेशन के फ्री वाईफाई की मदद से ही सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास कर ली।
एर्नाकुलम स्टेशन पर कुली का काम करने वाले श्रीनाथ के. की कहानी बहुत प्रेरणादायक है। श्रीनाथ ने केरल पब्लिक सर्विस कमीशन, केपीएससी की लिखित परीक्षा पास की है। इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि इसकी तैयारी के दौरान श्रीनाथ अपना काम करते हुए स्मार्टफोन और ईयरफोन के सहारे पढ़ाई करते रहे। अगर श्रीनाथ इंटरव्यू में पास हो जाते हैं तो वह भूमि राजस्व विभाग के तहत विलेज फील्ड असिस्टेंट के पद पर नियुक्त होंगे।
श्रीनाथ के. एर्णाकुलम का कहना है कि स्टेशन में मौजूद वाईफाई ने उनकी तरक्की के रास्ते खोल दिए। इसके बदौलत वे किताबें खरीदने पर होने वाले एक बड़े खर्च से बच गए। साथ ही अभ्यास प्रश्नपत्रों को सुलझाने व परीक्षा के ऑनलाइन आवेदन करने में भी वाईफाई से उन्होंने मदद ली।
भारत सरकार का डिजिटल इंडिया कार्यक्रम
भारत सरकार के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत 2016 में रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त वाईफाई की सुविधा प्रदान की गई। इससे रेल यात्रियों को मुफ्त इंटरनेट सुविधा हासिल होती है। मौजूदा समय में देश के 685 स्टेशनों पर यह सुविधा उपलब्ध है। कोशिश यह है कि मार्च 2019 तक देश के सभी 8,500 रेलवे स्टेशनों को मुफ्त वाईफाई सुविधा से लैस कर दिया जाए।