नई दिल्ली। राष्ट्रीय हिंदू सेना के प्रमुख प्रमोद मुथलिक ने कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के घोषणापत्र के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है। याचिका की सुनवाई 10 मई को होगी।
मुथलिक ने अपनी याचिका में दावा किया है कि कांग्रेस ने घोषणापत्र में धर्म के नाम पर वोट मांगा है। इस प्रकार सभी कांग्रेस उम्मीदवारों को धार्मिक भेदभाव में कथित रूप से शामिल होने के लिए चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए।
याचिका में कहा गया है कि कांग्रेस ने मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यकों द्वारा उनके घोषणापत्र में लक्षित योजनाओं के साथ उन्हें लुभाने के लिए वोट करने के लिए कहा है, जो भारत के संविधान के अनुच्छेद 15 और 27 के तहत निषिद्ध है।
याचिका में आगे दावा किया गया है कि कांग्रेस घोषणापत्र जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के प्रावधानों का उल्लंघन है।
कांग्रेस और बीजेपी अभियान की शुरूआत से ही एक दूसरे पर वार कर रहे हैं। कांग्रेस ने भाजपा को सांप्रदायिक होने का आरोप लगाया था और भाजपा ने बदले में कांग्रेस को अपमान करने का आरोप लगाया था।
बता दें, कर्नाटक में 12 मई को विधानसभा के लिए वोट डाले जाएंगे और 15 मई को मतगणना होगी। इस समय कर्नाटक में विधानसभा चुनाव प्रचार जोरों से चल रहा है। जिसमें भारतीय जनता पार्टी की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोर्चा संभाल रखा है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी चुनाव प्रचार कर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस की तरफ से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कर्नाटक में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया भी जोरशोर से चुनाव प्रचार कर रहे हैं। जहां एक तरफ कांग्रेस को अपना किला बचाना है। वहीं भाजपा को जीत हासिल होती है तो भाजपा शासित राज्यों की संख्या एक और बढ़कर 22 हो जाएगी। अभी तक पूरे देश में भाजपा और सहयोगियों की 21 राज्यों में सरकार है।
हालांकि, यह देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि कांग्रेस अपना किला बचा पाती है या भाजपा अपना और विस्तार करने में कामयाब हो जाती है। दोनों पार्टियों ने जीत हासिल करने के लिए अपना-अपना दांव चल चल रही हैं।