कर्नाटक में 12 मई को विधानसभा चुनाव होने हैं और वक्त अब काफी कम बचा हुआ है। वहीं कल रात कर्नाटक के एक फ्लैट में लगभग 10 हजार वोटर आईडी कार्ड मिलने से हड़कंप मच गया। छापेमारी के दौरान पुलिस ने यहां से प्रिंटर, कंप्यूटर समेत लगभग 10 हजार वोडर आईडी कार्ड बरामद किए हैं। बेंगलुरु के जालहल्ली इलाके के एसेल वी पार्क व्यू अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 115 से ये सब बरामद किया गया है। यहां रेड मारने गई चुनाव आयोग की टीम भी इतना सब देखकर हैरान रह गई।
इस छापे के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये अपार्टमेंट एक कांग्रेसी नेता का है और कांग्रेस पार्टी चुनाव जीतने के लिए बेइमानी पर उतर आई है। वहीं जिस समय ये छापा मारा गया उस समय यहां जेडीएस और बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता भी मौजूद थे, जिसके बाद यहां हंगामा मचा और मारपीट भी होने लगी। हैरानी की बात तो ये निकली कि जब इन वोटर आईडी कार्ड की जांच की गई तो ये सब असली निकले।
ऐसे में मामले की गंभीरता को समझते हुए आधी रात को कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी संजीव कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि इस फ्लैट से 9746 वोटर आईडी कार्ड मिले हैं, जो कि असली हैं। उन्होंने ये भी कहा कि जिसने भी ये किया है, इन सभी चीजों का पता लगाया जाएगा। वहीं आयोग और बीजेपी ने इस मामले को लेकर FIR भी दर्ज कराई है। इस मामले के बाद बीजेपी और कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप भी शुरू हो गए। बीजेपी द्वारा कांग्रेस पर लगाए गए आरोप के बाद कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सरजेवाला ने इस फ्लैट को बीजेपी का बताते हुए कहा कि क्या इस फ्लैट की मालकिन बीजेपी से संबंध नहीं रखती?, तो वहीं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इसका जवाब देते हुए कहा कि मंजुला 6 साल पहले ही बीजेपी छोड़ चुकी हैं। कांग्रेस बीजेपी पर इस मामले को लेकर आरोप लगाना चाहती है। साथ ही जावड़ेकर ने कहा जिस फ्लैट से ये वोटर कार्ड बरामद किए गए हैं, वो लीज पर हैं और मामले की जांच जारी है।