जबलपुर शहर के पॉश इलाके नेपियर टाऊन मे एक बार फिर बड़ी ड़कैती को अंजाम दिया गया है| तड़के सुबह आए हथियारबंद ड़कैतो ने 70 से 80 लाख के जेवरातो सहित चार लाख रुपय की नकदी पर हाथ साफ़ किया है| हालंकि डकैतों की ये करतूत घर मे लगे सीसीटीवी कैमरे मे जरुर कैद हो गई है जिसके आधार पर पुलिस ने डकैतों की तलाश शुरु कर दी है | शुरुआती जाँच मे पुलिस को इस ड़कैती मे पारधी गिरोह पर शक है | डकैती स्टूड़ियो संचालक के के अग्रवाल के घर पर पड़ी है|
के के अग्रवाल के मुताबिक सुबह तकरीबन दो से तीन बजे के बीच अचानक उनके कुत्ते ने जोर से चिल्लाना शुरु कर दिया| जिससे जागकर उनके बेटे ने जैसे ही घर का दरवाजा खोला की आठ से दस हाथियोर से लैस डकैत उनके घऱ के अंदर घुस आए सबको बंदूको की नेंक पर बंधक बना लया। इस दौरान जब के के अग्रवाल और उनके बेटे निखिल ने जब विरोध किया तो उनके ऊपर हथौड़े से हमला कर दिया| ड़कैतो ने घर पर रखे सत्तर से अस्सी लाख के सोने-चाँदी के जेवरात सहित चार लाख रुपय की नकदी पर भी हाथ साफ कर दिया|
स्टूड़ियो संचालक ने बताया कि बातों से डकैत पारधी गिरोह के लग रहे थे क्योकि उनकी भाषा भी इसी तरह की थी| इधर शहर के सबसे पाँश इलाके मे इतनी बड़ी ड़कैती के बाद पुलिस के हाथ-पाँव फूल गए है| लिहाजा जैसे ही सूचना मिली तुरंत ही कई थानो की पुलिस सहित वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुँच जाँच शुरु कर दी गई| डकैती ड़ालने आए पारधी गिरोह के कुछ लोगो के चेहरे सीसीटीवी मे जरुर कैद हो गए है जिसकी बिनाह पर पुलिस ने शहर मे नाका-बंदी कर ड़कैतो की तलाश शुरु कर दी है|
आपको बता दे की इससे पहसे भी मई 2016 मे ही नेपियर टाऊन मे ड़कैतो ने शराब कारोबारी राम अवतार गुप्ता के घर पर कुछ इसी तरह से वारदात को अंजाम दिया था | जिसका खुलासा आज तक जबलपुर पुलिस नही कर पाई है | इसके बाद एक बार फिर इतनी बड़ी ड़कैती का हो जाना और पुलिस के पास कुछ भी सुराग न होना कहीं न कहीं पुलिस की असफलता का एक बड़ा कारण है