भारतीय सेना ने अब तक कई देशों की सेना के साथ मिलकर संयुक्त सैन्य अभ्यास किया है, लेकिन आजादी के बाद पहली बार भारत पाकिस्तान की सेना के साथ मिलकर संयुक्त सैन्य अभ्यास करेगी। दरअसल, इस सैन्य अभ्यास का मकसद आतंकवाद से निपटना है।
भारत, पाकिस्तान और चीन के अलावा शंघाई सहयोग संगठन यानि SCO के सभी देश इस सैन्य अभ्यास में हिस्सा लेंगे। दरअसल, शंघाई सहयोग संगठन चीन के वर्चस्व वाला एक सुरक्षा समूह है। यही नहीं अब इस समूह को नाटो की बराबरी के तौर पर भी देखा जा रहा है। आधिकारियों ने बताया कि यह सैन्य अभ्यास रूस के उराल पर्वत क्षेत्र पर किया जाएगा। आधिकारियों ने ये भी बताया कि घाई सहयोग संगठन के 8 सदस्य देशों के बीच आतंकवाद से निपटने के लिए सहयोग बढ़ाना है।
2001 में शंघाई में आयोजित एक शिखर सम्मेलन में चीन, रूस, ताजिकिस्तान, कजाखिस्तान, किर्गिज गणराज्य और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपतियों ने SCO की स्थापना की थी। वहीं 2005 में भारत और पाक दोनों ही देश इस समूह के पर्यवेक्षकों के रूप में शामिल हुए थे, लेकिन 2017 में दोनों ही देशों को SCO का पूर्ण सदस्य बनाया गया। वहीं आजादी के बाद अब पहली बार भारत और पाकिस्तान की सेना साथ में मिलकर सैन्य अभ्यास करेगी।