एम्स के 1800 रेजिडेंट डॉक्टर लगभग 24 घंटे से भी ज्यादा समय से हड़ताल पर बैठे हैं। आपको बता दें कि एम्स दिल्ली का सबसे बड़ा अस्पताल है। ऐसे में डॉक्टरों का इतने लंबे समय से हड़ताल पर बैठना अपने में चिंता का विषय है। रेजिडेंट डॉक्टर्स का हड़ताल पर जाने से एम्स में कामकाज पूरी तरह से ठप पड़ा है। जहां एक तरफ शुक्रवार को ओपीडी का काम पूरी तरह से रूका रहा तो वहीं दूसरी तरफ ऑपरेशन और जरूरी सर्जरी नहीं हो पाई। एम्स में दिल्ली समेत कई राज्यों से मरीज अपना इलाज कराने आते हैं, ऐसे में इन मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं अब ये मामला देश के राष्ट्रपति के दरबार तक पहुंच गया है। एम्स प्रशासन की तरफ से रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल को खत्म कराने की काफी कोशिशें की गई, लेकिन सारी कोशिशें विफल रही। दिनभर मीटिंगों का दौर चला, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकल सका। हड़ताल पर गए डॉक्टर्स की मांग है कि आरोपी प्रोफेसर को बर्खास्त किया जाए। सभी डॉक्टरों का कहना है कि यह पहली बार नहीं जब डॉक्टर अतुल कुमार ने उनके साथ अभद्रता की हो, इससे पहले भी वो ऐसा कई बार कर चुके हैं।
हड़ताल पर गए डॉक्टर्स का गुस्सा कम होता हुआ नहीं दिख रहा। उन्होंने राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखी है। डॉक्टर्स ने राष्ट्रपति से मांग की है कि आरोपी अतुल कुमार के अवार्ड वापस लिए जाए।