दलित शोषित न्याय मंच के बैनर तले नई दिल्ली में एनडीएमसी के कर्मचारी भूख हड़ताल पर हैं | मंच अध्यक्ष, रवि जोहरी ने कहा कि नई दिल्ली में केजरीवाल सरकार का ना तो कोई ऑफिस है और ना ही कोई ठिकाना है, आखिर जनता जाए तो कहां जाए | रवि जोहरी ने कहा कि NDMC कर्मचारी बहुत परेशान है और अपनी समस्याओं से जूझ रहे हैं और वो काफ़ी समय से NDMC में अपनी समस्या को लेकर सबसे विनती करते आ रहे हैं |लेकिन किसी ने भी नहीं सुनी | इसलिए हमने तीन दिवसीय भूख हड़ताल व धरना दिया हैं | वहीँ ऐतिहासिक वाल्मीकि मंदिर को धरना स्थल चुनने पर कहा कि गांधीजी से लेकर स्वच्छ भारत की शुरुआत प्रधानमंत्री जी ने और दूसरे बड़े बड़े पदाधिकारी इसी स्थान से की थी | रवि जोहरी ने आगे कहा कि आज एनडीएमसी में जो समस्याएं हैं, उन्हें केजरीवाल और चेयरमैन नरेश कुमार अनदेखा कर रहे हैं | NDMC के सफाई कर्मचारियों में जो पांच 5%का कोटा है, उसे हटाया जाए और कर्मचारियों को स्थाई किया जाए, साथ ही डिटीएलडी नोटिफिकेशन के साथ लागू करके 2004 के सभी कर्मचारी को नौकरी दी जाए| कर्मचारियों से उनके घर ना छीने जाये |
उन्होंने आगे कहा कि टी एम आर के पुराने कर्मचारियों को फिर से अवसर दिया जाए | सफाई कर्मचारी को चर्म रोग में मेडिकल दिया जाए | वहीँ उन्होंने मांग की कि ऐतिहासिक वाल्मीकि मंदिर के प्रांगण में बने NDMC दफ्तर को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए जिससे कि मंदिर का मुख्य द्वार सुंदर व सुशोभित दिखे | रवि जोहरी ने तीन दिवसीय धरने को शुरू करते हुए कहा कि अगर दिल्ली सरकार ने और NDMC ने अगर हमारी मांग नहीं मानी तो हम अनिश्चितकाल के लिए यहीं पर भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे |