कटान का दंश झेल रहे यूपी के गाजीपुर जिले के सेमरा शिवराय गांव के लोगों ने गांव को बचाने को लेकर जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यान खीचने के लिए जल सत्याग्रह आन्दोलन शुरू कर दिया हैं |उन्होंने संकल्प लिया हैं कि जब तक गांव को बचाने को लेकर कोई ठोस कार्य धरातल पर शुरू नहीं हो जाता | तब तक ये आन्दोलन ज़ारी रहेगा | ग्रामीण तीन दिनों तक प्रत्येक दिन दो घंटा गंगा की धारा में खड़ा रहकर अपना विरोध प्रकट करेंगे। दरअसल, गाजीपुर में 6 साल पहले गंगा ने सेमरा व शिवराय गांव के लोगों के जीवन को तहस नहस कर दिया था जिससे वो आज भी नहीं उबार पाए हैं | गांव को बचाने के लिए प्रदेश की तत्कालीन सपा सरकार की तरफ से सांसद नीरज शेखर के प्रयास से ठोकर निर्माण का कार्य तो कराया गया लेकिन वह भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। वर्ष 2016 में गंगा का फिर से रौद्र रूप दिखा दिया जिससे सेमरा से शेरपुर जाने वाली सड़क का काफी हिस्सा कटान की भेंट चढ़ गया | उसके अलावा ठोकर का काफी हिस्सा भी जल में समाहित हो गया। वर्ष 2017 के चुनाव का बिगुल बजने पर राजनीतिक दलों ने गांव को बचाने के लिए कई घोषणाएं की। बावजूद ठोकर का मरम्मत का कार्य नहीं हो सका। 2017 में गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी होने के बावजूद उनकी कृपा से गांव का नुकसान नहीं हो सका। अब बरसात का मौसम शुरू होने में मात्र दो माह हैं, लेकिन ठोकर मरम्मत को लेकर आज तक किसी तरह की सुगबुगाहट न दिखने पर ग्रामीणों ने जल सत्याग्रह आन्दोलन शुरू कर दिया हैं |
हिन्द न्यूज़ टीवी के लिए गाजीपुर से सुनील सिंह