सोमवार को हरैया तहसील में उस वक्त असमंजस की स्थिति हो गई जब विधायक उन आंदोलनकारियों से मिलने पहुंच गये जो विधायक के खिलाफ ही धरना दे रहे थे, दरअसल बार एसोसिएशन के पदाधिकारी पिछले दो दिन से विधायक के खिलाफ धरने पर बैठे थे लेकिन विधायक ने सोमवार को वकीलों के मान मनौव्वल के लिये पहुंचे, दो घंटे बाद भी जब विधायक जी से कोई हल निकलता होता नही दिखा तो वे जवाबी धरने पर बैठ गये, जिसके बाद वकील संघ पिघल गया और विधायक के खिलाफ लाया गया प्रस्ताव कैसिंल करते हुये, धरना समाप्त कर दिया। बार एसोसिएशन तहसील हरैया ने विधायक अजय सिंह पर अनुशासनहीनता करने का आरोप लगाया था, सुनवाई न होने पर एसडीएम कोर्ट के सामने पदाधिकारी विधायक के खिलाफ धरने पर बैठ गये थे, और न्यायिक कार्यों का वहिष्कार किया । आपको बताते हैं कि पिछले सप्ताह को शुक्रवार के दिन स्थानीय विधायक अजय सिंह पर एसोसिएशन के पदाधिकारी विरोधी वक्तव्य देने के चलते और अनुशासनहीनता करने तथा न्याय पालिका में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाते हुए एसोसिएशन की सदस्यता भी समाप्त कर दी थी, मामले ने जब ज्यादा तूल पकडा तो स्थानीय विधायक सोमवार के दिन हरैया तहसील मे पहुंचे और अधिवक्ताओं से लगभग एक घन्टे तक वार्तालाप किये और कहा कि उनकी बातों को गरीबों से जोड़ा….कहा कि गरीब न्याय पाने के लिये तहसील का कई वर्ष से चक्कर लगा रहे हैं उनको शीध्र न्याय मिले, ये व्यवस्था मैं बनाना चाहता हूँ, रही बात विक्रमजोत को तहसील बनाने की तो जब तक हरैया जिला नही होता है तब तक तहसील कैसे बनेगी, मैं और आप लोग मिलकर पहले हरैया को जिला बनाने की कोशिश करें, फिर विक्रमजोत या जहाँ उचित पड़ेगा वहां तहसील बनायी जायेगी, इस बात को लेकर विधायक व अधिवक्तों मे काफी देर तक गहमी गहम चली और उसके बाद विधायक अधिवक्तों से हाथ जोडते हुये एसडीएम कोर्ट से चले गये और उनके जाने के बाद भी बार एसोसिएशन के सभी अधिवक्ता विरोध प्रदर्शन करते रहे। अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी है कि किसी भी दशा में विक्रमजोत को नई तहसील घोषित नही होने दिया जायेगा। विधायक भी उनके सपोर्ट में हैं।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए बस्ती से सतीश श्रीवास्तव